केन्द्र का खुदरा-थोक व्यापार को एमएसएमई के दायरे में लाने का फैसला ऐतिहासिक: देवनानी

-केन्द्र सरकार का एक और वादा पूरा।
-ढाई सौ करोड.तक का व्यापार करने वाले कारोबारियों को अब प्राथमिकता से मिल सकेगा ऋण
-कोरोनाकाल में वित्त समस्याओं से जूझ रहे करोडों व्यापारियों को मिलेगी राहत।

प्रो. वासुदेव देवनानी
जयपुर, 6 जुलाई।
भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व शिक्षा मंत्री एवं वर्तमान अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी ने खुदरा-थोक व्यापार को सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रमों (एमएसएमई) में शामिल करने की घोषणा को केन्द्र सरकार का ऐतिहासिक कदम करार दिया है। देवनानी ने कहा कि खुदरा-थोक व्यापारियों को एमएसएमई में शामिल करने के फैसले से कोरोनाकाल के दौरान वित्त समस्याओं से दो चार हो रहे व्यापारियों को ‘संजीवनी’ तो मिलेगी ही साथ ही इस क्षेत्र को प्राथमिकता से पहले से बेहतर वित्त विकल्प भी उपलब्ध हो सकेंगे।
देवनानी ने कहा कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र में भाजपा ने सरकार बनाई थी। उस दौरान जनता से विभिन्न प्रकार से समय समय पर राहत देने का वादा किया गया। तभी से कारोबारियों को सशक्त बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध एवं प्रयासरत है। केन्द्र सरकार ने जो वादा किया उन्हें पूरा कर रही है और यह क्रम अनवृत जारी रहेगा। असंख्य फैसले हुए है उनमें से व्यापारियों को एमएसएमई में शामिल करने वाला भी एक है।
देवनानी ने कहा कि पिछले सवा साल से भारत सहित पूरे विश्व में कोरोना महामारी अपना कहर बरपा रही है। इस महामारी ने पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था का हिला कर रख छोडा है। करोना ने समाज के सभी तबकों को कम ज्यादा प्रभावित किया ही है। कारोबारियों को भी खासी वित्त समस्याओं से जूझना पड रहा है। केन्द्र द्वारा समय पर लिया गया यह फैसला खुदरा-थोक व्यापारियों के लिए ‘रामबाण’ साबित होगा। इस फैसले से 250 करोड तक का व्यापार करने वाले व्यापारी-विके्रताओं को तुरंत प्रभाव से राहत मिल सकेगी। आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम के तहत घोषित विभिन्न योजनाओं का लाभ तत्काल मिलेगा। अब करोडों व्यापारियों को पहले से अधिक प्राथमिकता से एवं आसानी से ऋण मिल सकेगा।

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