पुष्कर में लगातार बढ़ रहा है अधिकारियों की जी हुजूरी करने का चलन

राकेश भट्ट
*वैसे तो हम उस सनातन संस्कृति को मानने वाले लोग है जिसमे अतिथि को भगवान के बराबर स्थान देकर पूजा जाता रहा है । लेकिन बीते कुछ समय से पुष्कर नगरी में एक नए और अजीब सिलसिले का चलन जोरो पर है और वो है यहां के सरकारी अधिकारियों को मालाएं पहनाकर उनके साथ फोटो खिंचवाने का । इस मामले मे मै उन अधिकारियों को कतई दोषी नही मानता जिनका हर रोज स्वागत सत्कार हो रहा है । लेकिन दोषी वो है जो बेवजह मालाएं पहनाने पहुंच जाते है और फिर उसे दिनभर सोशल मीडिया में पोस्ट करके झूठी वाहवाही लूटते रहते है । सोशल मीडिया में लगातार आये दिन माल्यार्पण की ऐसी खबरें और फ़ोटो अब आम हो चुकी है जिसके साईड इफेक्ट भी आना शुरू हो गए है ।*

*यही वजह है कि मालाएं पहनाकर अधिकारियो की जी हुजूरी करने के इस अजीबोगरीब सिलसिले में अब यहां के राजनेता भी शामिल हो गए है । इस नई जमात में अब बीजेपी और कांग्रेस दोनो ही पार्टियों के नेता शामिल है और इनमें यह क्रेज हर रोज बढ़ता ही जा रहा है । इस बात से कोई फर्क नही पड़ता कि चाहे किसी अधिकारी का यहां से ट्रांसफर हुआ हो या किसी ने नई ज्वाइनिंग की हो । बस मालाएं पहनाकर झूठी वाहवाही लूटने वाली यह जमात चौबीसों घंटे इसी मौके के इंतजार में रहती है कि कब ऐसा अवसर आये और वह मालाएं पहनाकर अधिकारियों की नजरों में वे छा जाएं ।*

*अब तो हालात इतने बदतर होते जा रहे है कि ट्रांसफर की सामान्य प्रक्रिया में आने और जाने वाले अधिकारियों के अलावा अब तो निजी कारणों से जो कार्मिक छुट्टी लेकर जाते है तो वापस आने पर उनका भी ऐसे ही मालाओं से लादकर स्वागत सत्कार किया जा रहा है जैसे वह छुट्टी से नही बल्कि भारत – पाकिस्तान के बॉर्डर से युद्ध जीतकर आये हो । अब इन लोगो को कौन समझाए की भई सभी सरकारी अधिकारियों को काम करने की एवज में सरकार हर महीने लाखो रुपयों का वेतन देती है जो आपकी और हमारी मेहनत की कमाई से जमा करवाए गए टेक्स से ही दिया जाता है । यह जनता की सेवा कर रहे है तो कोई समाज सेवा नही कर रहे है बल्कि इसके लिए इन्हें सरकार द्वारा भरपूर मेहनताना दिया जा रहा है । इसके अलावा ऊपर की जो कमाई करते है वो तो गिनती में भी नही आती है जनाब ।*

★ *बार बार इस्तीफे की धमकी देने वाले एक चिकित्सक का भी किया गया ऐसे ही माल्यार्पण•••*

*कोरोना जैसी महामारी के दौरान अपनी जान बचाने के लिए एक चिकित्सक महोदय ने निजी कारणों का बहाना बनाकर इस्तीफा लिखा और डॉक्टर की ड्यूटी को नजरअंदाज करके चलते बने । तीन महीनों बाद जब हालात सामान्य हो गए तो ये महोदय फिर से आकर सेवाएं देने लगे । इसी तरह एक बार ड्यूटी टाइम में उन्होंने कांग्रेस की एक महिला पार्षद से बच्चे को देखने की एवज ने फीस ले ली । इस मामले में नाराजगी जताने के लिए जब स्थानीय कांग्रेसी पार्षद उनके पास पहुंचे तो पहले उन्होंने उनसे बहस की और बाद में जेब से अपना इस्तीफा निकालकर पार्षदों के सामने रख दिया । फिर क्या था बेचारे सभी नेता मुहं लटकाए वापस आ गए । लेकिन हद तो तब हो गई जब वही नेता उन्ही चिकित्सक महोदय को ट्रांसफर से बचाने के लिए अपनी ही सरकार से भिड़ गए । दुर्भाग्य की बात है कि हर बात में इस्तीफे की धमकी देने वाले ऐसे महान चिकित्सक का भी हमारे नगर के लोगो ने जमकर स्वागत कर दिया उसमें भी कई वरिष्ठ नेता शामिल हो गए ।*

★ *बड़ा सवाल – क्या कभी अपने जनम देने वाले माता पिता या सभी के अन्नदाता पुष्कर राज को मालाएं पहनाकर किया है आपने इनका सम्मान •••*

*अधिकारियों के सम्मान करने की इस भेड़ चाल में शामिल उन सभी लोगो और नेताओं से मेरा एक ही सवाल है कि क्या आपने कभी अपने जन्मदाता आपके माता पिता को माला पहनाकर ऐसे ही उनका आभार व्यक्त किया है । या फिर हम सभी के अन्नदाता भगवान श्री पुष्कर राज के सरोवर पर माला चढ़ाकर उनका शुक्रिया अदा किया है । जिसकी बदौलत सभी का भरण पोषण हो रहा है । इनमें से शायद ही कोई ऐसे होंगे जो सालभर में भी एक बार पुष्कर सरोवर में माला चढ़ाते हों । चूंकि अब ऐसी हरकतें आये दिन बढ़ती ही जा रही है इसलिए मुझे अब मजबूरन इस मामले में कलम चलानी पड़ रही है ।*

*अंत मे ऐसे सभी लोगो और नेताओं से मेरा आग्रह है कि अधिकारियों के चरणों मे इतने भी मत बिछ जाओ की बाद में अपने अस्तित्व को ही ढूंढना पड़े । यदि उन्होंने ऐसा कोई अचीवमेंट किया है जिससे समूचे नगर का हित हुआ हो तो जरूर सम्मान होना चाहिए । या आपके व्यक्तिगत सम्बन्ध अच्छे है तो भी मालाएं पहनाइए । लेकिन केवल चाटुकारिता के लिए यह सिलसिला जारी रखना , फिर दिनभर फ़ोटो पोस्ट करके उसका ढिंढोरा पीटना और उनका महिमा मंडन करना बिल्कुल भी उचित नही है । इसीलिए प्लीज इस गलत परिपाटी को बंद कर दीजिए । आगे आप सभी स्वयं समझदार है ।*

🙏🏻🙏🏻 *जय पुष्कर राज की* 🙏🏻🙏🏻

*राकेश भट्ट* ✍️
*प्रधान संपादक*
*पॉवर ऑफ नेशन*
*मो 9828171060*

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