श्री अमरापुर सेवाघर वृद्धाश्रम का लोकार्पण संतों के कर-कमलों से हुआ

अजमेर 14 जनवरी। अजमेर के एनआरआई अमोलक खानचन्दानी ने अपने परिवार की याद में बनवाए ताराचंद हुंदलदास खानचन्दानी सेवा संस्थान् अजमेर द्वारा निर्मित श्री अमरापुर सेवाघर वृद्धाश्रम, तक 423, खेल मैदान के सामने, प्रगति नगर, कोटडा, अजमेर का लोकार्पण संत मंडली, ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम अजयनगर के महंत स्वरूपदास, बालकधाम आश्रम किशनगढ़ के महंत श्यामदास, श्री शान्तानंद उदासीन आश्रम प्रेम प्रकाश आश्रम वैशाली नगर के स्वामी राजूराम, संत कंवरराम कॉलोनी, अजमेर के स्वामी ईश्वरदास, निर्मलधाम झूला मोहल्ला अजमेर के स्वामी आत्मदास, श्री राम विश्वधाम अजय नगर, अजमेर के स्वामी अर्जनदास, जतोई दरबार नगीना बाग के फतनदास, साई बाबा मंदिर के ट्रस्टी महेश तेजवानी एसकोन मंदिर के संत व माताश्री श्रीमती निर्मला हुंदलदास खानचंदानी की अध्यक्षता में भवन का लोकार्पण किया गया।
बालकधाम आश्रम किशनगढ़ के महंत श्यामदास जी ने कहा अमोलक खानचन्दानी ने जो अजमेर को सेवा करने का तौहफा दिया है निश्चित रूप से वृद्धजनों की सेवा करने का मौका नसीबवालों को ही मिलता है, यहां के सभी सेवाधारी सेवा के इस रथ में जुड़कर सेवा कार्य बच्चा बनकर सेवा करे।
ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम अजयनगर के महंत स्वरूपदास ने आर्शिवचन देते हुए कहा कि मानव सेवा ही माधव सेवा है, अमोलक खानचन्दानी ने अपने पूर्वजों का सेवाभाव प्रत्यक्ष रूप से दिखने में आता है इस सेवा के रथ में अजमेर से जुडे़ सभी सेवाधारियों को सेवा कर पुन्य कमाना चाहिए। अमरापुर दरबार जयपुर के महंत स्वामी भगत प्रकाश जी ने पलव पाकर सभी श्रृद्धालुओं को आशीर्वाद दिया।
संत महात्माओं का किया परिवार व सेवाधारियों ने स्वागत सत्कार
संत महात्माओं को परिवार व संचालन समिति द्वारा शॉल, माला व स्मृति चिन्ह देकर सत्कार किया गया। सत्कार करने वालों में रेणू खानचन्दानी, महेश तेजवानी, विजय, राजेश्वरी मनसुखानी, रेणू, पूनम, कशिश खानचन्दानी, हरी चन्दनानी, सुनील खानचंदानी, मोती तेजवानी, दिनेश मुरजानी, गिरधर तेजवानी, जी.डी. वरिंदानी, रमेश मेंघानी, डॉ. भरत छबलानी हरीराम कोडवानी, रमेश टिलवानी, प्रेम केवलरामानी, ललित लौंगानी, ब्रजेश गौड, शंकर बदलानी, ओमप्रकाश, राजेश टिलवानी ने किया।
इस अवसर पर श्री अमरापुर सेवाघर वृद्धाश्रम के निर्माणकर्ता एनआरआई श्री अमोलक खानचन्दानी का अभिनंदन पत्र, साफा व मालाओं से संचालन समिति व नागरिक अभिनंदन भी किया गया। कार्यक्रम के पूर्व श्रीगणेश जी, झूलेलाल, संत स्वामी हिरदाराम साहेब, ताराचंद जी के चित्रों के समक्ष दीप-प्रज्जवलित किया गया व विधि विधान से पंडित संतोष शर्मा द्वारा पूजा अर्चना व हवन कर मूर्तियों की भी स्थापना की गई। मंच संचालन कंवल प्रकाश किशनानी ने किया। सुनील खानचन्दानी ने सभी का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर अमलोक खानचन्दानी को संचालन समिति द्वारा अभिनंदन पत्र भेट किया गया।
भगवान साधन संपन्नता से तो अनेक लोगों को नवाजता है, लेकिन ईश्वर की उस सौगात का विरले ही सदुपयोग करते हैं। अपनी संपत्ति का व्यक्तिगत व परिवार की सुख सुविधा पर तो हर कोई उपयोग करता है, मगर महान सोच वाले चंद ही होते हैं, जो उसका समाज के जरूरतमंद लोगों पर भी न्यौछावर करके पुण्य कमाते हैं। तभी तो कहा गया है कि पर हित सरस धरम नहीं भाई, जिसका तात्पर्य है दूसरों का हित करने के समान कोई धर्म नहीं है। इसी उक्ति को चरितार्थ कर रहे हैं अजमेर के सुपरिचित एन.आर.आई. श्री अमोलक खानचन्दानी व उनका परिवार, जिन्होंने अपने पूर्वजों की पुण्य स्मृति में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त श्री अमरापुर सेवा घर (वृद्धाश्रम) का निर्माण करवाया है।
देश विभाजन के बाद भारत आ कर बसे अनेक सिंधी परिवारों ने अपने पुरूषार्थ से उच्च मुकाम हासिल किया है। अजमेर के कई महानुभावों ने विदेशों में जा कर अपने व्यवसाय को स्थापित कर प्रतिष्ठा पाई है। उनमें से चंद ऐसे भी हैं, जिन्होंने अपनी मातृ भूमि को सदैव याद रखा और जन्मभूमि के ऋण से उऋण होने के यत्न किये हैं। ऐसे आदर्श स्थापित करने वालों में आज मकर संक्रांति के अवसर पर खानचंदानी परिवार भी शुमार हो गया है, जिसने श्री ताराचंद हुन्दलदास खानचंदानी सेवा संस्था, अजमेर के तत्वावधान में बुजुर्गों की सेवा के लिए सेवा घर बनवाया है। पूरे अजमेर को आप की सुहृदयता पर गर्व है।
माताश्री श्रीमती निर्मला हुंदलदास खानचंदानी वे संत वृंद के कर कमलों से अजमेर को सर्व सुविधा से युक्त सेवा घर समर्पित करने पर हम सब आपको बहुत-बहुत साधुवाद अर्पित करते हैं।
यह बहुत खुशी की बात है कि इस सेवा कार्य में खानचंदानी परिवार के सभी सदस्य सर्वश्री पूनम, विशनदास, रेनू, घनश्याम, मीता, नेहा, अनिल, कशिश, सुनील खानचंदानी आदि सक्रिय हैं। प्रसंगवश यह उल्लेख करना उचित रहेगा कि अजमेर के नला बाजार में पुरानी प्रतिष्ठित फर्म धर्मदास ब्रदर्स स्थित थी। इस फर्म के मालिक दादा स्वर्गीय श्री ताराचन्द के पौत्र व स्वर्गीय श्री हुंदलदास के सुपुत्र श्री अमोलक खानचंदानी 1990 में यूएसए जाकर स्थापित हो गये। वहां कडी मेहनत कर परफ्यूम का व्यवसाय स्थापित किया।
लोकार्पण के बाद संत महात्माओं व अजमेर के नागारिकों ने वृद्धाश्रम का किया अवलोकन
लोकार्पण के बाद संत महात्माओं व अजमेर के नागारिकों ने वृद्धाश्रम का किया अवलोकन करीब बारह हजार स्क्वायर फीट में आधुनिक भवन में वृद्धों के लिए 56 पलंग की व्यवस्था की गई है, ऑफिस, किचन, कॉमन बाथरूम, डायनिग हॉल, मंदिर, कपडे धोने का स्थान, वेंटिग हॉल हैं। 6 हॉल, बॉलकानी, शौचालय व स्नान घर अलग-अलग निर्माण किये गये हैं। अत्याधुनिक सोलर पैनल व गर्म पानी के लिए सोलर उर्जा संयंत्र लगाये गये हैं। आवासियों को प्रथम व द्वितीय तल पर जाने हेतु आधुनिक लिफ्ट लगाई गई है। जिसे देखकर सभी अभिभूत हो गए।
आवासियों के लिए निःशुल्क संचालित होने वाले वृद्धाश्रम में आवासियों की नियमित स्वास्थ्य जांच, प्राथमिक चिकित्सा, मेस सुविधाएं, नाश्ता, दूध व खाना, कमरे, पलंग,चद्दर, प्रत्येक की अलमारी, फुलली हाईजिनक स्नान घर, शौचालय सुविधाएं, धार्मिक प्रवचन, रेडियो, चिकित्सा उपचार, टीवी, एलोपैथिक और होम्योपैथिक उपचार के लिए डॉक्टर, सत्संग, भजन-कीर्तन और इनडोर गेम्स, नियमित हाउसकीपिंग, धुलाई सेवाएं, मेडिकल सपोर्ट, फिजियोथेरेपी क्लिनिक, डीटीएच टीवी कनेक्शन, वॉकिंग, ग्रूमिंग और सहायता के साथ भोजन, सहायक वातावरण, वन-टू-वन मेडिटेशन, राउंड-द-क्लॉक सुरक्षा, पुस्तकालय, चिकित्सा आपातकालीन कमरे और ध्यान आदि की व्यवस्था की गई है। आश्रम के सामने स्मार्ट सिटी तहत बनाया गया बगीचा उपलब्ध है जो एक वृद्धाश्रम के लिए जरूरी है
भविष्य में वृद्धाश्रम के संचालन
महामंत्री हरी चंदनानी ने बताया कि वृद्धाश्रम के संचालन हेतु भामाशाहों का सहयोग लिया जाएगा। माता-पिता व पूर्वजों की पुण्य तिथि, शादी की सालगिरह, परिवारों के सदस्यों के जन्मदिन व यादगार उत्सव सेवाघर में आकर मना सकते है।

कंवल प्रकाश किशनानी
9829070059

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