केकडी 1 मार्च(पवन राठी) आर्य समाज में मनाया महाशिवरात्रि पर्व को ऋषिबोध दिवस के रूप में ।
आर्य वीर दल अधिष्ठाता सत्यनारायण सोनी ने बताया कि आर्य समाज केकड़ी के द्वारा महाशिवरात्रि का पर्व ऋषिबौद्ध दिवस के रूप में अग्निहोत्र कर मनाया गया। कार्यक्रम में आर्य प्रतिनिधि सभा राजस्थान के उप प्रधान अशोक आर्य ने बताया कि आज ही के दिन महर्षि दयानंद सरस्वती को सच्चे शिव के लिए बोध हुआ और वह सच्चे शिव की खोज में निकल पडे ओर 21 वर्ष तक तपस्या करते हुए मथुरा में गुरु विरजानंद से वेदों की शिक्षा प्राप्त की ओर जीवन पर्यंत वैदिक शिक्षा का प्रचार प्रसार किया, सत्यनारायण सोनी ने अपने उद्बोधन में बताया कि महर्षि दयानंद सरस्वती की समाज को बहुत देन है लेकिन आज का समाज महर्षि दयानंद सरस्वती की शिक्षाओं को भूलता जा रहा है आचार्य जनक आर्य ने स्वामी दयानंद सरस्वती की जीवनी पर प्रकाश डाला और भजन “ए वेदों के राही दयानंद तेरा भारत में आना गजब हो गया, वह शिवरात्रि को सभी सो रहे थे तेरा जाग जाना गजब हो गया” की प्रस्तुति दी कार्यक्रम में पूर्व प्रधान छोटू लाल कुमावत मूलचंद महावर, कपूर चंद सोनी गणेश सिंह भाटी, अशोक जेतवाल, फूलचंद नागोरिया, यशवंत बेली, शंभू सिंह चौहान, बजरंग सिकलीगर, कमलेश कुमार माली सहित सहित आर्य समाज के सभी पदाधिकारी उपस्थित रहे।