देशभर में चर्चित बाल साहित्यकार उमेश कुमार चौरसिया को हिंदी बाल साहित्य शोध संस्थान दरभंगा द्वारा “राष्ट्रीय आचार्य रामलोचन शरण बाल साहित्य शिखर सम्मान 2022” से अलंकृत एवं विभूषित किया गया है। संस्थान के निदेशक डॉ सतीशचंद्र भगत ने बताया कि चौरसिया को यह सम्मान उनके द्वारा रोचक व प्रेरक बाल साहित्य रचना में व्यापक योगदान के लिए दिया गया है। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में सेवारत उमेश चौरसिया का एक बाल नाटक एनबीटी से, एक बालकथा संग्रह भारत सरकार के प्रकाशन विभाग से तथा 21 अन्य बालोपयोगी कृतियाँ प्रकाशित हुई हैं। इन्हें वर्ष 2012 में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा राजस्थान साहित्य अकादमी के शम्भूदयाल सक्सेना बाल साहित्य पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है तथा एनसीईआरटी द्वारा 2018, 2020 व 2021 में सर्वश्रेष्ठ शैक्षिक ऑडियो नाटक के लिए राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत किया गया है। इनकी पुस्तक मेधावी नरेंद्र और सबसे न्यारा गोलू कई विद्यालयों के प्राथमिक पाठ्यक्रम में शामिल की गई है।