आज दिनांक 28 अपै्रल 2022 – ग्राम बोराज पूर्व संरपच रतनसिंह रावत एवं आनासागर के खातेदार घनष्याम पंचौली के नेतृत्व में थोक तेलियान के खातेदार/काष्तकारान को कृषि भूमि का मुआवजा दिलाने हेतु माननीय संभागीय आयुक्त को माननीय मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा।
यह जानकारी देते हुए खातेदार घनष्याम पंचौली ने बताया कि आनासागर थोक तेलियान के भराव व डूब क्षेत्र में सभी खातेदारान की पुष्तैनी व खरीदषुदा कृषि भूमि है जिसमें राजस्व रिकार्ड थोक तेलियान अजमेर के रिकॉर्डेट खातेदार है। उक्त कृषि भूमि पर झील का पूरा अथवा आंषिक भाग खाली होने पर वर्ष में तीन फसल जौ, गेहॅंू, खरबूजा, ककड़ी, जंवार, मक्का आदि की खेती करने से हम काष्तकारों को अच्छी पैदावार प्राप्त होती थी जिससे समस्त काष्तकार आबाद एवं खुषहाल थे लेकिन करीब 10-12 वर्ष पूर्व प्रषासन ने इसे गहरा खुदवा दिया तथा झील के चारो ओर ए.डी.ए द्वारा कॉलोनियों की बसावट कर दी गई तथा कॉलोनियों का गंदा पानी नालियों के जरिये आनासागर झील में गिरता है जिससे बिना बारिष ही झील साल भर भरी रहती है। आनासागर झील के चारो तरफ यू.आई.टी व एडीए द्वारा कॉलोनियॉं विकसित करने के बाद नालियों के पानी से हमेषा भरा रहने के कारण काष्तकार विगत् 10-12 वर्षो से काष्तकारी नहीं कर पा रहे है जिससे जीविकोपार्जन मुष्किल हो गया है। साथ ही प्रषासन द्वारा मात्र पाथवे की भूमि अवाप्त की गई है, लेकिन मध्य भाग की भूमि अवाप्त नहीं की गई है और ना ही मुआवजा दिया गया ना ही अन्य स्थान पर भूमि दी गई है जिससे काष्तकारों के समक्ष जीविकोपार्जन का संकट उत्पन्न हो गया है।
ज्ञापन में आगे बताया गया कि नगर निगम मछलियों का, नौकायान व रेस्टोरेन्ट का ठेका देकर भारी भरकम आय अर्जित कर रहा है जिससे आनासागर झील की भूमि के काष्तकार को उक्त आय से पूर्ण रूप से वंचित कर रखा है जिससे इनको भारी नुकसान होते हुए जीविकोपार्जन करना मुष्किल हो रहा है। झील से मत्स्य विभाग, नौकायान एवं नगर निगम द्वारा अर्जित आय को ब्याज सहित खातेदारान को रकबे के मुताबिक अनुपातिक रूप से बंटवारा किया जाना चाहिये क्योंकि जमीन के मालिक/कृषक खातेदार है और इनके समस्त आय गैर कानूनी रूप से नगर निगम, नौकायान व मत्स्य विभाग ले रहा है।
ज्ञापन में मांग की गई है कि काष्तकारान को झील से निगम, नौकायान एवं मत्स्य विभाग द्वारा जो भी विभाग आय अर्जित कर रहा है उसमें से अनुपातिक रकबे के अनुरूप आय प्रदान की जाये अथवा भूमि को अवाप्त कर वर्तमान बाजार दर से मुआवजा दिया जाये अथवा नियमानुसार भूमि के बदले भूमि अन्य स्थान पर दी जाये।
ज्ञापन में यह मांग की गयी कि मत्स्य विभाग, नौकायान व नगर निगम द्वारा पिछले 10-12 वर्षो से जो ठेका देकर जो करोड़ो रूपये की आय अर्जित की जा रही है उसका विगत कई वर्षो का ब्याज सहित काष्तकारो व खातेदारान मालिको को दिया जाये साथ नगर निगम द्वारा नौका संचालन व मछली का ठेका देने पर भी रोक लगाई जाये अन्यथा काष्तकार आत्महत्या करने पर मजबूर हो जायेगे।
उक्त सम्बन्ध में माननीय स्वायत्त शासन मंत्री राजस्थान सरकार, माननीय संभागीय आयुक्त, माननीय जिला कलेक्टर, उपखण्ड अधिकारी, आयुक्त महोदय नगर निगम अजमेर, महापौर महोदया नगर निगम अजमेर, आयुक्त महोदय अजमेर विकास प्राधिकरण, आयुक्त महोदय स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट अजमेर, पूर्व मुख्यमंत्री माननीया वसंुधरा राजे, सांसद श्री भागीरथ चौधरी, उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी, दक्षिण विधायक अनिता भेदल, भाजपा प्रदेषाध्यक्ष सतीष पुनिया को भी अवगत कराया गया।
ज्ञापन देने वालो में पूर्व संरपच रतन सिंह रावत, घनष्याम पंचौली, रमेष करण पंचौली, भगवानदास पंचौली, प्रताप सिंह रावत, हनुमान सिंह रावत, रूप सिंह रावत, केसरसिंह, शेरसिंह पंचौली, सत्यनारायण पंचौली, मोहन पंचौली, लक्ष्मण पंचौली आदि मौजूद रहे।
(घनष्याम पंचौली)
आनासागर खातेदार
मो. 968000516, 8890038041