अजमेर शहर व्यापार महासंघ ने निगम से की पुनर्विचार की मांग
अजमेर शहर व्यापार महासंघ ने नगर निगम, अजमेर द्वारा व्यापारियों व अन्य व्यावसायिक संस्थानों पर कचरा संग्रहण शुल्क प्रति दुकानदार 250/- प्रति माह लिए जाने व अन्य व्यावसायिक संस्थाओं पर भिन्न भिन्न दर से वसूलने के आदेश पर पुनर्विचार करने की मांग की है। महासंघ के प्रवक्ता कमल गंगवाल व सीए विकास अग्रवाल ने बताया कि महासंघ के अध्यक्ष किशन गुप्ता ने इस सम्बन्ध में जिला कलेक्टर व नगर निगम आयुक्त से मांग कर बताया कि उक्त आदेश व्यापारियों के लिए आर्थिक बोझ है क्योंकि व्यापारी पहले से ही विभिन्न तरह के करों व सरकारी शुल्कों के अधिरोपित किये जाने से परेशान है ऐसे में कचरा संग्रहण शुल्क अलग से वसूल करने का फरमान पूर्णतया अव्यवहारिक है क्योंकि व्यापारी वर्ग पिछले तीन वर्षों से जबरदस्त आर्थिक मंडी की चपेट में है। उपरोक्त शुल्क वहन करने का नगर निगम का ही दायित्व है चूँकि निगम व्यापारियों से राजस्व की वसूली विभिन्न मदों में लम्बे समय से करता आ रहा है जिसका उपयोग शहर की साफ़-सफाई व अन्य कार्यों व जनहित में उपयोग किया जाना चाहिए। इस सम्बन्ध में रामगंज व्यापारिक संघ के अध्यक्ष जरनैल सिंह द्वारा अजमेर शहर व्यापार महासंघ को इस शुल्क की मांग करने व इसको तत्काल हटवाने के लिए अवगत करवाया। महासंघ के अध्यक्ष किशन गुप्ता व महामंत्री प्रवीण जैन ने बताया कि निगम द्वारा उक्त फरमान नहीं हटाए जाने पर महासंघ राज्य के मुख्यमंत्री से इस समस्या को हटवाने के लिए तत्पर रहेगा। मांग व विरोध करने वालों में भगवान् चंदीराम, नरेंद्र छाबड़ा, प्रवीण जैन, सीए विकास अग्रवाल, कमल गंगवाल, विवेक जैन, गिरीश लालवानी, सुरेश चारभुजा, शैलेन्द्र अग्रवाल, राजकुमार गर्ग, अनीश मोयल, राकेश डीडवानिया आदि हैं।
सीए विकास अग्रवाल
प्रवक्ता
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