अजमेर । मौलाना आजाद लोक कल्याण संस्थान ने दिल्ली गैंग रेप की पीडि़ता की मृत्यु पर संवेदना व्यक्त करते हुऐ सरकार से बलात्कार जैसे जघन्य अपराध पर देश में इस्लामिक कानून के अनुसार सजा लागु करने की मांग की जिसमें बलात्कारी को सरेआम संगसार करने का प्रावधान है।
संस्थान के अध्यक्ष मुजफ्फर भारती एक ब्यान जारी कर बताया कि इस्लामी कानून में दुष्कर्मी को आधा जमीन में गाड़ कर उस वक्त तक पत्थरों से मारने का हुक्म है जब तक तड़प तड़प उसकी जान नहीं निकल जाऐ इसे संगसार कहते हैं जो इस्लामी देशों में आज लागू है। उन्होने कहा कि हांलाकि हमारा देश धर्म निरपेक्ष प्रजातंत्र है और यहा का संविधान इस्लामिक कानून लागु करने की इजाजत नही देता परन्तु देश में इसी तरह के कड़े कानून की आवश्यकता है उन्होने कहा कि बलात्कारियों के लिए फांसी की सजा तो काफी कम हो सकती है। इससे तो एक झटके में ही उन्हें जिंदगी से मुक्ति मिल जाएगी और उस दर्द का अहसास तक नहीं होगा दुष्कर्मियों को सूली पर लटका कर आरामदेह मौत नहीं दी जानी चाहिए। उन्हें सरेआम लोगों से पत्थर मरवाने चाहिए। ऐसी खौफनाक मौत दी जाए ताकि आगे कोई ऐसा सोच भी न सके
भारती ने कहा कि पीड़ित की मौत नहीं हुई हमारे देश की इंसानियत की मौत हुई है यह वक़्त है कि हमारी सरकार अब तो गहरी नींद से जागे और इन पशु तुल्य बलात्कारियों को जल्द से जल्द कड़ी से कड़ी सज़ा दे जब तक सख्त सज़ा का प्रावधान नही होगा तब तक इसी प्रकार अपराध बदते जाएँगे बेकसूर लोगों की ज़िंदगियाँ खराब होती रहेगी लचर क़ानून की आड़ लेकर अपराधी या तो सज़ा कम या दया की भीख का सहारा लेकर बच जाते है अगर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को बेटी का बाप होने पर नाज है तो वे क्यों नहीं बेटियों की हिफाजत के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाकर कोई ठोस कानून बनाते ऐसे अपराध के संबंध में कड़ा कदम उठाया जाएगा सरकार की तरफ से यह सुनने को तो कई बार मिल चुका लेकिन सरकार यह भी स्पष्ट कर के कि कड़ा कदम आखिर होगा क्या