केकड़ी 27 जून (पवन राठी)कोविड स्वास्थ्य सहायक संघर्ष समिति के बैनर तले सोमवार को उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंप कर कोविड स्वास्थ्य सहायकों की मांगें पूरी करने की बात कही गई है।
ज्ञापन में लिखा गया है कि एक तरफ कांग्रेस अग्निपथ योजना का विरोध कर रही है तो दूसरी और कोविड स्वास्थ्य सहायकों को केवल 10 बाद ही सेवा मुक्त कर दिया गया यह राज्य की कांग्रेस सरकार के दोहरे मापदंडो को दर्शाता है। यह खुद की योजना को पोषना और केंद्र सरकार की योजना को कोसने की दोहरी रणनीति अपनाकर बेरोजगार युवाओ के भविष्य से खिलवाड़ से अधिक कुछ नही है जो सही नही है।कोविड स्वस्थ्य सहायकों की नोकरी को बहाल किया जाए ।सुवालका ने बताया कि विगत 88 दिनों से कोविड सहायक जयपुर में अपनी मांगों के समर्थन में आमरण अनशन पर शहीद स्मारक पर बैठे है जिनमे से 10 की तबियत खराब होने से उनका अस्पताल में उपचार जारी है इसके बावजूद भी सरकार कुम्भ कर्णी निद्रा में सोई है।
नोकरी बहाल कर संविदा कैडर में शामिल करने की मांग ज्ञापन में की गई है। ज्ञापन में बताया गया है कि कोरोना काल और टीकाकरण में कोविड सहायकों द्वारा बेहतरीन सेवाएं दी गई थी जिसके कारण ही प्रदेश की चिकित्सा सेवाओ को बल मिला जिसका श्रेय राज्य सरकार ले चुकी है। इसके बावजूद भी एक ही झटके में 28 हजार कोविड सहायकों की सेवाएं समाप्त कर दी गई जो अन्याय है।कोविड सहायकों ने सरकार को अल्टीमेटम दिया है और कहा कि यदि हमारी मांगे नही मानी गई तो सरकार को इसका परिणाम आगामी विधानसभा चुनावो में भुगतने को तैयार रहना चाहिए।
सभी की सेवाएं बहाल कर सभी को संविदा कैडर में शामिल किया जाए।
इस अवसर पर नरेंद्र सुवालका महेंद्र रेगर रविन्द्र वैष्णव सुमन बग़ालिया जोगेंद्र सिंह शुभम विनोद जाट मनीष जैन मुकेश कुमार विष्णुप्रसाद जाट
दिनेश बनवारी सुरेश सैनी सहित अनेक कोविड सहायक उपस्थित थे।
