भोग विलासिता से दूर रहना धर्म की राह दिखाता है – संगम मति माताजी

विद्यासागर तपोवन में चल रहे णमोकार महामंत्र स्थान में आज संगम मति माताजी ने कहा कि भोग विलासिता कुछ क्षणों के लिए मन को राहत दे सकती है लेकिन आत्मा को संतुष्टि सादगी में ही मिला करती है सादगी पूर्ण जीवन मनुष्य को हर हाल में जीने की कला सिखाता है आज परिस्थितियां ठीक है विलासिता रास आ जाती है लेकिन जब परिस्थितियां खराब होती है तो जीवन बेकार लगने लगता है क्योंकि हम उसके आदी हो चुके हैं संगम मति माताजी ने कहा विलासिता का त्याग करें गुरु की शरण में आगे बढ़े वहां आपको सादगी नजर आएगी मानव जीवन में तकलीफ है बहुत है लेकिन उन तकलीफ हो से संघर्ष करना मानव को आना चाहिए और यह कला वह सादगी पूर्ण जीवन से ही सीख सकता है
णमोकार महामंत्र अनुष्ठान में आज प्रात काल भगवान की पूजा की गई अभिषेक हुए उसके पश्चात दीप प्रज्वलन एवं पाद प्रक्षालन कमला देवी मनीष अंजू अमीषा गोधा ने किया जागृति मंच की ओर से सम्मानित किया गया है आज का णमोकार महामंत्र मस्तान में श्रद्धालुओं ने णमोकार महामंत्र का जाप किया संगम मति माताजी की आहार चर्या आज सुनील कमल सोनिया जैन के निवास पर हुई दिनांक 26 जुलाई को मंजू लता गोधा की तरफ से णमोकार महामंत्र अनुष्ठान है

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