देश का विभाजन अभूतपूर्व मानव विस्थापन्न व मजबूरी में पलायन की दर्दनाक कहानी है- लखावत

दाहरसेन स्मारक पर आयोजित सिन्ध स्मृति दिवस पर रक्षासूत्र बांधकर लिया संकल्प
अजमेर- 14 अगस्त – देश का विभाजन अभूतपूर्व मानव विस्थापन्न व मजबूरी में पलायन की दर्दनाक कहानी है यह एक ऐसी कहानी है जिसे लोग अजनबियों के बीच एकदम विपरीत वातावरण में नया आशियाना तलाश रहे थे विश्वास व धार्मिक आधार पर हिंसक विभाजन की कहानी होने के अतिरिक्त इस बात की कहानी है कैसे एक जीवन शैली तथा वर्षों पुराने सहअस्तित्व का युग अचानक नाटकीय रूप से समाप्त हो गया। हिन्दुस्तान को बने रहने के लिये लाखों लोगांे ने प्राणों को न्यौछवार कर दिया व सनातन धर्म की रक्षा के लिये अपनी जमीन जायदाद यश छोडकर हिन्दुस्तान के विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित हो गये। निश्चित रूप से सिन्ध में हुये शहीद राणा रतन सिंह, रूपलो कोल्ही व हेमू कालाणी जैसे अनेक वीर सपूतों का बलिदान कभी भूला नहीं जा सकता है। आज महापुरूषों के बलिदान को याद किया व सिन्ध स्मृति दिवस पर सिन्ध केमानचित्र पर रक्षा सूत्र बांधकर संकल्प लिया कि अब वो दिन दूर नहीं हम अखण्ड भारत की परिकल्पना को पूरा करने में संकल्पबद्ध है। ऐसे विचार भारतीय सिन्धु सभा की ओर से सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन स्मारक पर सिन्ध स्मृति दिवस के उपलक्ष में पूर्व सांसद ओकार सिंह लखावत ने कहे।
इस अवसर पर दिल्ली से आये बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक नरेन्द्र दनौरिया ने कहा कि आज का दिन अखण्ड भारत की संकल्पना महाराजा दाहरसेन स्मारक पर दिखती है। देखकर अनेक क्षेत्रों में अखण्ड भारत के लिये विभिन्न संगठन के कार्यकर्ता कार्य कर रहे हैं। मुझे यहां आकर सिन्ध की सभी स्मृतियां देखने से मन में पूर्ण विश्वास हो गया कि अखण्ड भारत अब जल्द बनेगा।
सभा के राष्ट्रीय मंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने कहा कि देश भर की सभी ईकाईयों की ओर से सिन्ध स्मृति दिवस के अवसर पर देश भक्ति आधारित कार्यक्रम, संगोष्ठियां व घर धर तिरंगा फहराने के साथ भारत माता पूजन के कार्यक्रम किये जा रहे हैं।
विश्व हिन्दु परिषद के प्रान्त सह मंत्री शशि प्रकाश इन्दोरिया, दीपक प्रातं संयोजक, बजरंग दल, योगश जी, चितौडगढ ने भी अपने विचार प्रकट किये। सभी अतिथियों का समारोह समिति के कवंलप्रकाश किशनानी ने स्वागत करते हुये दाहरसेन स्मारक पर सिन्ध के नक्शे के समक्ष तिरंगा फहराने के साथ भारत माता पूजन करवाया। कार्यक्रम में रमेश मेंघाणी, मोहन कोटवाणी, पुरूषोतम जगवाणी, द्वारका लखवाणी, जगदीश सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में हिंगलाज माता पूजा अर्चना, जगदगुरू श्रीचन्द भगवान के समक्ष पूजा अर्चना के साथ सभी वीर सपूतों की मूर्तियां पर श्रृद्धासुमन अर्पित किये गये।
महेश टेकचंदाणी
महानगर मंत्री
9413691477

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