आई.जी. रूपीन्दर सींघ व एस.पी. चूनाराम जाट ने किया बाल मित्र कक्षों का उद्घाटन
नोबेल पुरस्कार विजेता श्री कैलाश सत्यार्थी के द्वारा संचालित कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन्स फाउण्डेशन के सहयोग से राजस्थान महिला कल्याण मण्डल एवं जिला पुलिस अजमेर के द्वारा क्रिश्चनगंज एवं रामगंज थानों में तैयार किए गए बाल मित्र कक्षों का उद्घाटन आई.जी. रूपीन्दर सींघ एवं एस.पी. चूनाराम जाट के द्वारा फीता काटकर किया गया। कार्यक्रम के दौरान संस्था द्वारा संचालित मीनू स्कूल के दिव्यांग बच्चों ने देश भक्ति तरानों पर अपनी नृत्य प्रस्तुति दी। आई.जी. रूपीन्दर सींघ ने पोक्सो मामलों में बच्चों का दुरूपयोग कर झूठे मामलोें में शामिल करने पर चिन्ता जाहिर करते हुए कहा कि हमें मिलकर इस और जागरूकता के लिए प्रयास करने की जरूरत है। साथ ही आई.जी. ने कहा कि बाल मित्र कक्ष के माध्यम से पुलिस में बच्चों के प्रति संवेदनशीलता में बढ़ोतरी होगी और पुलिस निश्चित रूप से किषोर न्याय अधिनियम की पालना करते हुए बच्चों के साथ कार्य करेगी।
संस्था सचिव एवं मुख्य कार्यकारी क्षमा आर. कौशिक तथा राकेश कुमार कौषिक ने अतिथियों का स्वागत कर आभार व्यक्त किया एवं संस्था द्वारा संचालित कार्यक्रमों की जानकारी दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता राजेन्द्र गुजंल, बाल आश्रम ट्रस्टी (बचपन बचाओ आन्दोलन) एवं महासचिव अजयमेरू प्रेस क्लब) ने की। श्री गुजंल ने कैलाश सत्यार्थी जी के जीवन से जुड़े प्रसंगों को साझा करते हुए प्रत्येक को बालश्रम एवं बाल यौन षोषण के खिलाफ आवाज उठाने के लिए प्रेरित किया। उन्होनेे कहा कि बालश्रम रोकने के लिये हम सब को मिलकर प्रयास करना होगा। कैलाष सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउण्डेशन के राजीव भारद्वाज ने बताया कि अजमेर में बने बाल मित्र कक्षों के माध्यम से बच्चों को भय मुक्त वातावरण के साथ – साथ न्याय तक उनकी पहॅूच को सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाएगा। श्री भारद्वाज ने कहा कि अजमेर पुलिस के द्वारा बाल मित्र कक्ष में जिस प्रकार जन सहयोग की षुरूआत हुई उससे प्रेरणा प्राप्त कर राज्य के 6 अन्य थानों में भी जन सहयोग से बाल मित्र कक्षों का निर्माण हुआ। राजस्थान में कुल 21 बाल मित्र थाने तैयार किये गये जिसके लिये बजाज फाउण्डेशन का विशेष सहयोग रहा जिसके के लिये श्री भारद्वाज ने आभार व्यक्त किया।
राजस्थान महिला कल्याण मण्डल के निदेशक राकेश कुमार कौशिक ने बताया कि किषोर न्याय अधिनियम 2015 एवं पोक्सो एक्ट 2012 के प्रावधानों के अनुसार षोशण एवं दुर्व्यवहार से पीड़ित बच्चों के साथ मित्रता पूर्वक व्यवहार के साथ-साथ बाल सहज वातावरण उपलब्ध कराने के उद्देष्य से बाल मित्र कक्ष स्थापित किए गए है। इन बाल मित्र कक्षों में बाल सहज वातावरण के साथ-साथ बच्चों के लिए किताबें, खिलौने, आवष्यकतानुसार खाने-पीने एवं आराम करने की व्यवस्था होगी एवं बाल कल्याण अधिकारी सादा वस्त्रों में उपस्थित होकर बच्चों के मामलों में हस्तक्षेप करेंगे। समय समय पर बच्चों से सम्बन्धित गतिविधियों का आयोजन भी किया जाएगा ।
कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान एवं डॉ. प्रियंका रघुवंषी, सी.ओ. नोर्थ. छवि शर्मा, सी.ओ. साउथ सुनिल सिहाग, बाल अधिकारिता विभाग सहायक निदेषक संजय सावंवलानी, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष अंजली षर्मा एवं सदस्य अरविन्द मीणा तथा रूपेश कुमार, थानाधिकारी डॉ. रविश सामरिया व सत्येन्द्र सिंह नेगी, सी.एल.जी. मेम्बर, वार्ड पाषर्द, समाज सेवी सीताराम टॉक महावीर इन्टरनेशनल के अध्यक्ष कमल गंगवाल, चाइल्ड लाईन के कुषाल सिंह एवं चंचल केयर होम से बूटीराम आदि उपस्थित रहे। संचालन डॉ.’ प्रियंका रघुवंशी के द्वारा किया गया। कार्यक्रम प्रबंधन में संस्था के संयुक्त निदेशक अनुराग सक्सेना, उपनिदेशक नानूलाल प्रजापति, लक्ष्मण सिंह चौहान, सत्तार मोहम्मद, वनीता पंवार, दीपक, प्रेमनारायण, चाइल्ड लाइन एवं कैलाश सत्यार्थी फाउण्डेशन टीम तथा दोनों थानों के स्टाफ ने सहयोग किया। कार्यक्रम कै दौरान दोनों थानों में पौधारोपण कार्यक्रम भी किया गया।
(राकेश कुमार कौशिक)
निदेशक
राजस्थान महिला कल्याण मण्डल, अजमेर
मो.न. 9829140992