श्री जैन श्वेताम्बर तपागच्छ संघ अंतर्गत, पर्यूषण पर्व के आनंदपूर्वक समापन निमित्त भव्य वरघोड़ा (रथ यात्रा) पूज्य मुक्तीश्वर विजय महाराज एवं मुनीश्वर विजय महाराज की निश्रा में प्रात: 8.00 बजे कलापूर्ण सूरि आराधना भवन से प्रारम्भ हुआ। आगे ही आगे ढ़ोल, घोड़ों पर सवार युवान जैन ध्वज लिये हुए एवं ओपनकार में विशाल जैन ध्वज, मधुर ध्वनी के साथ बैंड बजाता हुए फिर रत्न जडि़त ांदी की पालकी में 24 तीर्थंकर प्रतिमा बिराजमान थी। जिसे पूजा ड्रेस में उत्साहित श्रावकों ने अपने कंधे पर उठा रखा था। उसके पीछे मुनि भगवंत के साथ विशाल समुदाय, तत्पश्चात् अग्र बग्घी में आकर्षित आचार्य विजयकलापूर्ण सूरि महाराज की फोटो व उसके पीछे सिद्धितप तपस्वी बैठी थी। जगह-जगह पालकी में बिराजमान भगवान के आगे गंवली बनाकर प्रभु को पुण्यशाली परिवारों ने बधाया एवं तपस्वियों को माला पहनाकर तपस्या की अनुमोदना की। जुलुस अरिहंत कॉलोनी, महावीर कॉलोनी, कृष्णा कॉलोनी, फॉयसागर रोड़, पुष्कर रोड़ होता हुआ पुन: आराधना भवन पहुँचा जहां उपस्थित समुदाय ने पालकी में बिराजमान प्रभु को जयकारों के बीच चांवल उछाल कर बधाया।
वरघोड़ा में डॉ. जयचंद बैद, धर्मेश जैन, सुरेश चंद खींवसरा, रमेश सोनी, हरकचंद बोथरा, प्रकाशचंद भंडारी के साथ विशाल समुदाय उपस्थित था। तत्पश्चात् सिद्धचक्र पूजा आयोजन ललवानी-खाबिया परिवार की तरफ से प्रथमतल हॉल में हुआ।
मंत्री रिखबचंद सचेती ने कहा कल भव्य महापूजा आयोजन श्री वासुपूज्य स्वामी मंदिर वीर लोकाशाह कॉलोनी में होगा, जिसके लिये पूरा संघ उत्साहित है।
रिख्खबचंद सचेती
मंत्री
