वेदनाओं से मुक्ति पाने का एक मात्र उपाय सम्यक तप

सांस्कृतिक कार्यक्रमो में बेटी बचाओ नाटिका का हुवा मंचन
मॉडल सजाओ प्रतियोगिता हुई सम्पन्न

केकड़ी 6 सितंबर(पवन राठी)
जैन समाज के चल रहे पर्युषण पर्वो के अंतर्गत
जन्म ,जरा ,मरण ,रोग, शोक आदि सभी प्रकार की वेदनाओं से मुक्ति पाने का एकमात्र उपाय सम्यक तप को बताया गया है । औषधि वही है जो रोग की निवृत्ति करती है तप वही है जो जीव को अंतर आत्मा से परमात्मा को मिला देता है । सम्यक तप का आचरण ही उत्तम तप धर्म है । घंटाघर स्थित आदिनाथ जैन मंदिर में रेशु दीदी ने शास्त्र सभा के दौरान अपने प्रवचन में कहे ।मीडिया प्रभारी रमेश बंसल ने बताया कि नेमिनाथ मंदिर में शाम को मॉडल सजाओ प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें नेमी की बारात, सम्मेद शिखर की रचना, पंचकल्याणक की रचना, टीले का रहस्य ,चलो शिरपुर, माता के सोलह सपने, स्वस्ति धाम आदि के मॉडल सजाए गए तथा विजेताओं को पुरस्कृत किया गया ।
सांगानेर से आए पंडित कमल शास्त्री के निर्देशन में तथा नेमिनाथ जैन पाठशाला की अध्यापिकाओं ने “बेटी बचाओ “नाटिका की सुंदर प्रस्तुति दी गई । कार्यक्रम का संचालन चंद्रकला जैन ने किया ।

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