प्रदेष एवं जिले में फैल रही लम्पी बीमारी के नियत्रण हेतु आर.सी.डी.एफ, जयपुर के निर्देषानुसार अजमेर डेयरी द्वारा 6 लाख टीके खरीदने का आदेष हैस्टर कम्पनी, अहमादाबाद को शनिवार को आदेष जारी किऐ गये। आर.सी.डी.एफ, जयपुर से 94 लाख रूपये 6 लाख टीके खरीदने की विगत मिलने पर अजमेर डेयरी द्वारा उक्त राषि हैस्टर कम्पनी को भेजी जाऐगी।
पषु वैज्ञानिको की यह आमराय है की जिस बाडे में अथवा गांव में एक माह पूर्व बीमारी रूक चुकी है एवं शेष बची हुई समस्त गायो को बीमारी नहीं आयी है उनका टीकाकरण किया जा सकता है जिससे की शेष गाये इस बीमारी से सुरक्षित हो सके राज्य सरकार की भावना है की भारत सरकार लम्पी बीमारी को पहले राष्ट्रीय आपदा घोषित करे फिर राज्य सरकार घोषित करेगी।
इसके विपरित श्री संजीव बालियान जी जो कि दो दिवसीय दौरे पर है उन्होंने कहा है की पहले राज्य सरकार लम्पी को राष्ट्रीय आपदा घोषित करे फिर भारत सरकार करेगी। यहॉ यह विषेष उल्लेखनीय है की जब राजस्थान में लम्पी बीमारी प्रारम्भ हुई तब भारत सरकार ने राज्य सरकार को गोट पोक्स टीके नहीं देकर हरियाणा, गुजरात, पष्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेष एवं मध्यप्रदेष के कुछ में टीके उपलब्ध कराने के पष्चात लगभग 1 महीने बाद राजस्थान को दिए जिससे लम्पी बीमारी पूरे प्रदेष में फैल चुकी थी टीके प्रदेष में वही लग सकते थे। जहां यह बीमारी नहीं थी इससे पषुधन की काफी संख्या में हानी हुई यदि समय रहते हरियाणा, गुजरात के साथ ही राजस्थान को देते तो लाखो गायो की जान बचायी जा सकती थी।
आगामी समय में पषुपालको के लिये फिर चारे की समस्या आ सकती है इसके निराकरण हेतु अजमेर डेयरी ने आर.सी.डी.एफ के माध्यम से 300 क्विंटल रिजके का बीज खरीदने का निर्णय लिया है जो की आगामी सोमवार के पषुपालको को 225 रू. किलो की दर से वितरित किया जायेगा। यह रिजका एक वर्षीय फसल वाला बीज है। पषुपालको के भुगतान बाकी होने के कारण आपको हुई परेषानी के समाधान हेतु कल 21 सितम्बर को मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक सम्बल योजना के 5/- रूपये का भुगतान जारी कर दिया है।
इसी प्रकार अगस्त माह का शेष का मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक सम्बल योजना के 5/- रूपये वाला भुगतान आगामी सोमवार तक डाल दिया जाएगा।
अजमेर डेयरी द्वारा अजमेर, सीकर, झुंझुनु, पाली, जोधपुर, टोंक जिलो में आगामी समय से प्रारम्भ होने वाली डक्ड योजना में दूध का पाउडर सप्लाई करने के लिए 450 मैट्रिक टन आगामी तीन माह के लिए उपरोक्त जिला षिक्षा अधिकारियो को पाउडर भिजवाया जा रहा है जिसकी लागत लगभग 18-20 करोड़ रूपये होगी। उपरोक्त समस्याओं के कारण प्राप्त होने में देरी के कारण पषुपालको को भुगतान में देरी हुई इसी प्रकार मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक सम्बल योजना के जुलाई-अगस्त के 7 करोड़ का भुगतान भी अभी प्राप्त नहीं हुआ है, परन्तु जिला संघ ने अपने पेटे से भुगतान कर रही है।
आज दिनांक 22 सितम्बर को अजमेर डेयरी पर डोक्यूमेन्ट्री फिल्म बनना प्रारम्भ हो गई है जो आने वाले 3 दिनो में पूर्ण हो जाएगी इस कार्यक्रम में संचालक मण्डल सदस्य एवं स्पर्ष ट्रस्ट के सदस्यों ने उत्साह के साथ भाग लिया ।
उपरोक्त समस्त जनप्रतिनिधियो ने जिले के समस्त दुग्ध उत्पादको से अपील की है की दूध की कमी को पूरा करने हेतु अधिक से अधिक मात्रा में संघ में दूध पहुंचाये।
सभी की आमराय है की श्राद के बाद दूध संकलन बढ़ने की उम्मीद है।
(रामचन्द्र चौधरी)
अध्यक्ष