10 अक्टूबर से प्रारंभ होगी भक्तामर महा अर्चना विद्यासागर तपोवन में

गुरु मां संगम मति माताजी के सानिध्य में चल रहे ऐतिहासिक व सहयोग के तहत आज से श्री भक्तामर स्तोत्र महा अर्चना का भव्य शुभारंभ होगा गुरु मां संगम मति माताजी ने कहा कि यह स्तोत्र जीवन के सभी संकटों को दूर करता है सभी को इस स्तोत्र का जाप करना चाहिए चातुर्मास के अध्यक्ष सुनील जैन हॉकरा ने बताया कि कार्यक्रम का विधिवत शुरुआत आज आदिनाथ भगवान के अभिषेक से प्रारंभ होगी और उसके पश्चात 8:00 बजे प्रवचन सभा में पूज्य माता जी के माध्यम से प्रतिदिन चार काव्य भक्तामर स्तोत्र के समझाए जाएंगे शाम को 6:30 बजे से आनंद यात्रा प्रारंभ होगी उसके पश्चात 7:00 बजे से महादीप अर्चना भक्तामर स्तोत्र का पाठ प्रारंभ होगा आज के पुण्यार्जक सुनील जैन होकरा ,सुनील खटोड़ ,संजीव बाकलीवाल, बाबूलाल छावड़ा परिवार होंगे

स्वर्ण स्वास्तिक पर होगी महादीप भक्तामर महा अर्चना
इस अवसर पर स्वर्ण से बना हुआ स्वास्तिक पर 48 दीप से यह महा अर्चना प्रारंभ होगी ज्ञात हो कि आचार्य मानतुंग ने जब इन 48 लोगों की रचना की और आदिनाथ प्रभु का गुणगान किया तो 48 ताले जिसमें वह स्वयं केद् खाने में बंद थे वह द्वार भक्तामर श्लोक की रचना के बाद खुलते गए आज प्रत्येक जेनी की आस्था का प्रतीक है भक्तामर स्तोत्र

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