बाल विवाह बुराई को खत्म करने हेतु ली शपथ
दिनांक 17 अक्टूबर 2022: राजस्थान महिला कल्याण मण्डल एवं कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन्स फाउण्डेशन के द्वारा अजमेर जिले में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान की शुरूआत अजमेर शहर के बजरंग गढ़ चौराहे सहित जिले के 51 गॉवों से की गई। नोबेल पुरस्कार से सम्मानित श्री कैलाश सत्यार्थी जी के नेतृत्व में सम्पूर्ण भारत वर्ष में प्रारम्भ किए गए बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के अन्तर्गत अजमेर में बजरंग गढ़ चौराहे पर मुख्य कार्यक्रम के साथ जिले के 51 गॉवों में पॉच हजार से अधिक संस्था कार्यकर्ता, स्वयं सहायता समूह की महिलाओं एवं वोलेन्टियर्स के द्वारा बाल विवाह जागरूकता हेतु मोमबत्ती, दिया, मशाल आदि जलाकर बाल बिवाह रोकथाम की शपथ ली। अजमेर बजरंग गढ़ चौराहे पर आयोजित मुख्य कार्यक्रम में श्री संजय सावंलानी सहायक निदेशक बाल अधिकारिता विभाग अजमेर, बाल कल्याण समिति सदस्य तब्बसुम बानो, राजलक्ष्मी करारिया, आर.पी.एफ. इन्चार्ज लक्ष्मण गौ़ड़, लॉयन्स क्लब पृथ्वीराज से राजेन्द्र गांधी, श्रीमती आभा गांधी, गजेन्द्र पंचोली, कमल गंगवाल, सुधीर कुमार उपाध्याय ईन्चार्ज कोतवाली थाना, जिला पुलिस, मानव तस्करी विरोधि ईकाई, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, रेल्वे सुरक्षा बल स्टाफ आदि अतिथियों ने मोमबत्ती जलाकर अभियान का समर्थन किया। इस अवसर पर बाल विवाह जागरूकता एवं रोकथाम हेतु पेम्पलेट का विमोचन भी किया गया।
संस्था निदेशक राकेश कुमार कौशिक के नेतृत्व में संयुक्त निदेशक अनुराग सक्सेना, उप निदेशक नानूलाल प्रजापति, संस्था के पद्मा चौहान, लक्ष्मण सिंह चौहान, वीना कश्यप, राजकुमार सुनारीवाल, वनीता पंवार, प्रेमनारायण शर्मा, पवन कुमार, योगिता, चित्रलेखा, रक्षिता, प्रेमसुख टॉक, दीपक जोरम, दिनेश रावत, पारूल मोर्य, कल्पना चौहान, प्रियंका आदि कार्यकत्ताओं ने अभियान में हिस्सा लिया।
संस्था निदेशक राकेश कुमार कौशिक ने बताया कि नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित श्री कैलाश सत्यार्थी जी के नेतृत्व में सम्पूर्ण भारत वर्ष में 26 राज्यों के 500 से ज्यादा जिलों में प्रारम्भ किए जा रहे बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के अन्तर्गत अजमेर जिले में बजरंग गढ़ चौराहे पर मुख्य कार्यक्रम के साथ जिले के 51 गॉवों में संस्था कार्यकर्ता व स्वयं सहायता समूह की महिलाओं, वोलेन्टियर्स गावं की हजारों महिलाओं व बेटियों के द्वारा बाल विवाह जागरूकता हेतु मोमबत्ती, दिया, मशाल आदि जलाकर बाल बिवाह रोकथाम की शपथ ली गई।
भारत सरकार की साल 2011 की जनगणना के अनुसार राजस्थान में 12,91,700 लोगों का बाल विवाह हुआ है। यह पूरे देश के बाल विवाह का 11 प्रतिशत है। बाल विवाह के मामले में राजस्थान, देशभर में दूसरे नंबर पर है। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-5 के ताजा आंकड़े भी साल 2011 की जनगणना के आंकड़ों की तस्दीक करते हैं। सर्वे के अनुसार देश में 20 से 24 साल की उम्र की 23.3 प्रतिशत महिलाएं ऐसी हैं जिनका बाल विवाह हुआ है। अभियान में पांच हजार गांवों तक पहुंचेगा। इसका लक्ष्य साल 2025 तक बाल विवाह की संख्या में 10 प्रतिशत की कमी लाना है जो कि अभी 23.3 प्रतिशत है। आंकड़ों से पता चलता है कि बाल विवाह एक गंभीर समस्या है और यह देश के सर्वांगीण विकास में बाधक है। इसी को देखते हुए नोबेल विजेता कैलाश सत्यार्थी ने ‘बाल विवाह मुक्त भारत’ अभियान का ऐलान किया है। तीन साल तक चलने वाले इस अभियान के तहत गांव-गांव जाकर लोगों को बाल विवाह के दुष्परिणामों के बारे में जागरूक किया जाएगा।
निदेशक श्री कौशिक ने कहा कि, ‘बाल विवाह एक सामाजिक बुराई है। इसको रोकने के लिए अच्छे कानून भी हैं और सरकार अपने स्तर पर प्रयास भी कर रही है लेकिन लोग बाल विवाह के दुष्परिणामों के प्रति जागरूक नहीं हैं। वे इसे एक परंपरा के तौर पर लेते हैं, जिसके कारण आज भी समाज में बाल विवाह प्रचलन में हैं।’ उन्होंने कहा, ‘मशाल जुलूस का उद्देश्य यह है कि लोगों को बाल विवाह के खिलाफ जागरूक किया जाए और उन्हें इसके दुष्परिणामों के बारे में बताया जाए। सरकार और सिविल सोसायटी के एकजुट प्रयास से ही हम बाल विवाह जैसी बुराई को रोक सकेंगे। श्री कैलाश सत्यार्थी जी ने लोगों को जागरूक कर बाल विवाह के प्रति उनकी सोच व व्यवहार में बदलाव लाने और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का बीड़ा उठाया है। इसी के लिए उन्होंने तीन साल तक चलने वाले ‘बाल विवाह मुक्त भारत’ अभियान की शुरुआत की है जिसका उद्देश्य बाल विवाह के मामलों में 10 प्रतिशत कमी लाते हुए कानून का सख्ती से पालन कराना, बच्चों की सहभागिता बढ़ाना और उनका सशक्तीकरण करना तथा यौन शोषण से बच्चों को सुरक्षा देना है ताकि सामाजिक व्यवहार व सोच में बदलाव लाकर बाल विवाह रूपी अपराध को खत्म किया जा सके। अजमेर जिले में राजस्थान महिला कल्याण मण्डल के द्वारा फाउण्डेशन की सहयोगी संस्था के रूप में बाल विवाह की रोकथाम एवं जागरूकता के लिए निरन्तर कार्य किया जाएगा। वर्तमान में संस्था बाल यौन शोषण, बालश्रम एवं बाल तस्करी के मुद्दों पर कार्य कर रही है।
(राकेश कुमार कौशिक)
निदेशक
मो. 9829140992