व्यवसायिक शिक्षा को शिक्षा विभाग में समायोजित करने की मांग

राजस्थान शिक्षक संघ सियाराम तथा राजस्थान व्यवसायिक शिक्षा शिक्षक संघ के द्वारा जिला कलेक्टर कार्यालय अजमेर पर सियाराम शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष व कार्यकारिणी अध्यक्ष शक्ति सिंह गौड़ व व्यवसायिक शिक्षक संग के पदाधिकारी प्रशांत डांगी दीपक वैष्णव आर एन रावत सहित व्यवसायिक शिक्षको के संयुक्त नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा संविदाकर्मी हेतु जारी संविदा सेवा नियमों को छलावा मात्र बताया है इसलिए संघों ने इस आदेश की प्रतियां जलाकर राज्य सरकार पर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने व कर्मचारियों के साथ छलावा करने का आरोप लगाकर राज्य सरकार घेरा ।
कार्यकारिणी अध्यक्ष शक्ति सिंह गौड़ ने सरकार से उक्त सभी संविदा प्लेसमेंट एजेंसियों के कर्मचारियों सहित व्यवसायिक शिक्षकों को नियमित कर ठेका प्रथा से मुक्ति करने की मांग की तथा मांगे नहीं मानने पर आंदोलन को प्रदेश स्तर पर ले जाने का आह्वान किया। इस हेतु शिक्षक संघ ने कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर अपनी मांगे रखी।
आर एन रावत ने बताया कि विगत कई वर्षों से व्यावसायिक शिक्षकों के साथ राज्य सरकार सौतेला व्यवहार कर रही है व्यवसायिक शिक्षा का कार्य प्लेसमेंट एजेंसियो के मार्फत कराया जा रहा है जिससे कई एजेंसियो द्वारा व्यवसायिक शिक्षकों का लगातार शोषण किया जा रहा है अतः व्यवसासिक शिक्षा को शिक्षा विभाग में समायोजित किया जाए ज्ञापन के दौरान जाकिर खान, जितेंद्र सिंह, महावीर सिंह,महेश शर्मा,महिला प्रतिनिधि में चंद्रकला, रेखा यादव,दीपिका, पूनम, कोमल व कमलेश रेगर, आर एन रावत, महावीर जीनगर, मनजीत, कौशल, संगीता,रवीश चौधरी, पदमाराम, जसवंत सिंह, अनिल पुरोहित, ललित डांगी, बलदेव सिंह सहित अन्य व्यवसायिक शिक्षक उपस्थित रहे।

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