अजमेर/राष्ट्रीय पुस्तक सप्ताह और बाल दिवस के अवसर पर अभिनव प्रकाशन द्वारा कचहरी रोड पर पुस्तक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि वरिष्ठ बाल साहित्यकार उमेश कुमार चौरसिया ने कहा कि बाल साहित्य वह है जो बच्चों के मन की बात करें, उनकी जिज्ञासा को शांत करें,बाल मन को अल्हादित करें और कहीं सहज रूप में ही जीवन मूल्यों से परिचय भी करा दें। केवल उपदेशात्मक साहित्य को बाल साहित्य नहीं कहा जा सकता।
अध्यक्षता कर रहे हिंदी व पंजाबी के वरिष्ठ साहित्यकार बख्शीश सिंह ने कहा कि किताबे मनुष्य की सबसे आत्मीय मित्र होती हैं।
विशिष्ट अतिथि गोविंद भारद्वाज ने बच्चों में पढ़ने की रुचि जागृत करने की बात कही तथा डॉ पूनम पांडे ने पुस्तकें खरीद कर पढ़ने का आग्रह किया। संयोजक अनिल गोयल व अतिन गोयल ने बताया कि पुस्तक प्रदर्शनी में बच्चों और बड़ों के लिए प्रेरक व बहुउपयोगी पुस्तकें प्रदर्शित की गई हैं। इस अवसर पर कुसुम शर्मा और गणेश सक्सेना ने भी विचार व्यक्त किए।
