जैन धर्म संस्कृति की अनुपम धरोहर है अजमेर – यशस्विनी माताजी

आर्यिका 105 यशस्विनी माताजी ने कहां की जैन धर्म संस्कृति की अद्भुत एवं अनमोल धरोहर अजमेर है अजमेर के पौराणिक मंदिर मैं जैन आगम के सिद्धांतों की झलक मिलती है दर्शन करने के पश्चात मन अभिभूत हो जाता है आज माताजी ने आहार चर्या के पश्चात आनंद नगर मंदिर ,नया धड़ा नसिया जी, छोटा धड़ा नसिया जी ,बड़ा धड़ा नसिया, गोधा की नसिया, एवं सोनी जी की नसिया के दर्शन किए
दर्शनों के पश्चात माताजी ने कहा कि पौराणिक मंदिर की देखभाल रखरखाव भी आवश्यक है जैन संस्कृति पर आधारित हमारे जिनालय हमें मोक्ष मार्ग की ओर प्रशस्त करते हैं वीतरागता के स्वरूप को प्रदान करने में परम सहयोगी बनते हैं
श्री दिगंबर जैन मुनि संघ सेवा जागृति मंच के सुनील जैन हो करा विपिन चांदीवाल सुनील पालीवाल इंदु जैन अनिता सोनी मनीष सेठी आदि भी साथ थे
माताजी के नित्य प्रवचन पार्श्वनाथ कॉलोनी में प्रातः काल 8:30 से हो रहे

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