भारत की आस्था और श्रद्धा है सनातन धर्म- श्रीजी महाराज

भारत की माटी चंदन, बालिकाएं देवी और बालक श्रीराम के समान

ब्यावर। शहर की पर्ल आनंदा कॉलोनी में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में जगद्गुरु निम्बार्काचार्य पीठाधीश्वर श्यामशरण देवाचार्य श्रीजी महाराज ने कहा कि कृष्ण नाम जाप से करोड़ों जन्मों के पाप मिट जाते हैं। कर्म बंधन से छुटकारा मिलता है। भगवान कृष्ण का चरित्र पावन पवित्र है। भगवान ने भक्तों पर कृपा बरसाने के लिए अवतार लिया।
आचार्यश्री ने कहा कि सनातन धर्म भारत की आस्था और श्रद्धा है। यदि विधर्मियों के जाल में फंसे तो श्रद्धा के टुकड़े हो जाएंगे। सनातन धर्म के प्रति समर्पण नहीं रहा तो धर्म की हानि हो जाएगी। चंदन है इस देश की माटी । इस देशभक्ति गीत के जरिए संदेश दिया कि भारत की माटी चंदन के समान है। यहां की बालिकाएं देवी और बालक श्रीराम के समान है। उन्होंने कहा कि भगवान निम्बार्क सुदर्शन चक्र के अवतार हैं। जो अज्ञान और अधर्म के मार्ग पर हैं उन्हें भगवान विष्णु के मार्ग पर लाने के लिए भगवान निम्बार्क ने इस धरती पर अवतार लिया। भक्तों का कल्याण करने के लिए भगवान अवतार लेकर स्वयं धरती पर आते हैं। प्रहलाद चरित्र और नृसिंह अवतार प्रसंग सुनाते हुए कहा कि भगवान को प्राप्त करना मुश्किल अवश्य है । लेकिन असंभव नहीं है। प्रभु प्राप्ति के लिए ध्रुव जैसी दृढ़ता होनी चाहिए। प्रहलाद की तरह मन समर्पित होना चाहिए। सबरी की तरह आंख में व्याकुलता होनी चाहिए। भरोसा होना चाहिए तो भगवान अवश्य आएंगे। भगवान से मिलवाने के लिए सद्गुरु जीवन में आते हैं। गुरु वो होता है जो अज्ञान को ज्ञान से भर दे। हर व्यक्ति के जीवन में गुरु होना चाहिए। गुरुवार को कथा में वामन अवतार व भगवान श्री कृष्ण जन्म उत्सव धूमधाम से मनाया। सजीव झांकियों के साथ पांडाल में मौजूद हजारों श्रोता झूम उठे। कथा में पहुंचे महंत फतेहगिरी, एडिशनल एसपी वैभव शर्मा, सीआई सुरेंद्र सिंह जोधा, मानवेंद्र सिंह व अन्य अतिथियों का आयोजक गणपत सर्राफ व विवेक अग्रवाल ने स्वागत किया।

error: Content is protected !!