सेवा का फल पिछली व आने वाली पीढ़ी को मिलता है-महंत हनुमानराम
अमरापुर सेवा घर का वार्षिकोत्सव व मूर्ति अनावरण समारोह सम्पन्न
अजमेर 14 जनवरी। प्रगति नगर, कोटडा ताराचन्द हुंदलदास खानचन्दानी सेवा संस्थान के श्री अमरापुर सेवा घर वृ़द्धाश्रम व प्रशिक्षण केन्द्र का वार्षिकोत्सव एवं मूर्ति अनावरण समारोह संत महात्माओं व प्रबुद्धजन की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।
समारोह में श्री मनोहर उदासीन आश्रम, हिलटाॅप, अजयनगर मंहत स्वरूपदास ने कहा कि इमारत बनाना आसान है परन्तु उसकी नियमित सेवा जारी रहे, यह मुश्किल है परन्तु इस पूरी टीम ने यह साबित कर दिया कि कोई भी संकल्प पूरा करने में इच्छा शक्ति की आवश्यकता होती है और मै परमात्मा से यह आशीर्वाद मांगता हूं कि इन्हें इतनी शक्ति देना दाता, मन का विश्वास कमजोर हो ना, सदा सेवा का रथ चलाते रहे।
श्री शांतानंद उदासीन आश्रम, पुष्कर, महंत हनुमानराम उदासीन ने आशीर्वाद वचन देते हुए कहा कि अमोलक खानचंदानी ने यह सेवा घर जो प्रारंभ किया है यह इमारत जन्म-जन्मान्तर रहने वाली है, वह इस में सेवा करने वाले सभी सेवाधारियों को इसका फल पिछली व आने वाली पीढ़ियों तक मिलता रहेगा। मेरे गुरू स्वामी हिरदाराम साहिब कहते थे कि सेवा वही करता है, जिसके भाग्य मे लिखा होता है।
बालकधाम किशनगढ़ के महंत श्यामदास जी ने अपने प्रवचन में कहा कि सेवा कार्य कहने में आसान व करने में मुश्किल, बहुत कम लोग होते है जो सेवा के कामों में जुड़ते है, सेवा कार्यों में काम करने वाले सेवाधारियों की गलतियों को नजर अंदाज कर उनकी सेवाभाव को प्रोंत्साहित करना चाहिए। यहां रहने वाली आवासियों को सेवा से खुश है, यहां सभी सेवाधारी अपने परिवरजन की तरह रखते है।
समारोह में स्वामी माधवदास आश्रम, झूला मौहल्ला स्वामी आत्मदास उदासीन, प्रेम प्रकाश आश्रम, वैशाली नगर, संत महात्मा, अजयनगर दरबार के स्वामी अर्जुनदास, स्वामी माधवदास दरबार आदर्श नगर, दादा नारायणदास, जतोई दरबार, स्वामी फतनदास, फाॅयसागर रोड़, स्वामी ईसरदास, गौतम सांई, सोनू सांई, की उपस्थिति में वार्षिकोत्सव एवं सेठ हुंदलदास खानचंदानी की मूर्ति अनावरण समारोह सम्पन्न हुआ। पूजा अर्चना विधि विधान से पंडित संतोष आचार्य द्वारा कराई गई।
अध्यक्ष कंवल प्रकाश किशनानी ने संस्था का परिचय देते हुए बताया कि पिछले एक वर्ष में संस्था द्वारा भूतल व प्रथम तल पर वृद्धाश्रम में आवासियों के लिए पूर्ण सुविधाएं निःशुल्क भामाशाहों व आश्रम के सहयोग से उपलब्ध करवाई गई है। द्वितीय तल पर कम्प्यूटर व सिलाई केन्द्र नियमित चल रहा है। संरक्षक अमोलक खानचन्दानी ने घोषणा कि संस्था द्वारा इस वर्ष से जरूरतमंद सिंधी समाज की कन्याओं की शादी के लिए सहायता राशि भी दी जाएगी।
इस अवसर पर संस्थान के संरक्षक एनआरई अमोलक खानचन्दानी व माता जी निर्मला खानचन्दानी का नागरिक अभिनन्दन किया गया व आश्रम के संचालन में मुख्य भूमिका अदा करने वाले सचिव शंकर बदलानी का अभिनंदन पत्र व शाॅल, माला संतो द्वारा किया गया। मंच संचालन गिरधर तेजवानी द्वारा किया गया। धन्यवाद भाषण जीडी वृंदानी द्वारा दिया गया।
इस अवसर पर संतो महात्माओं का हरी चंदनानी, दिनेश मुरजानी, मोती तेजवानी, सुनील खानचंदानी,विषनदास, घनश्याम, अशोक हिरनानी, प्रकाश रामचंदानी, रिमेश टिलवानी, रमेश मेघानी, ओम प्रकाश हीरानंदानी, ललित लौंगानी, शंकर बदलानी, जी.डी. वरदानी, जसवंत गनवानी, हरीराम कोडवानी, प्रेम केवलरमानी, डाॅ. भरत छबलानी, पूनम रेनू, कशिश, निर्मता, विहान, खूश्बू द्वारा शाॅल व माला पहनाकर स्वागत किया गया।
इस अवसर पर महेन्द्र कुमार तीर्थानी, जगदीश अभिचंदानी, घनश्याम भगत, दिशा किशनानी, कुसुम आर्य, अशोक मंघलानी, मनोहर मोटवानी, तीर्थ, जोधा टेकचंदानी, उत्तम गुरबक्षानी, पुरषोतम तेजवानी, रमेश प्रियानी, कमल शहशांह लालवानी, प्रकाश जेठरा सहित समाजबंधु व भामाशाह उपस्थित थे।
शंकर बदलानी
सचिव
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