भजन करने से मानसिक व्याधियां नष्ट होती है–संत रामदयाल महाराज

केकडी 22 जनवरी(पवन राठी)
अंतराष्ट्रीय रामस्नेही सम्प्रदाय के जगतगुरु आचार्य श्री रामदयाल जी महाराज के केकडी आगमन पर शनिवार को भव्य स्वागत किया गया। सूरजपोल स्थित पथवारी से महाराज जी के आगमन पर रामद्वारा तक सजाया गया एवं महाराज जी की जगह जहग लोगो द्वारा पदरावनी की गई। इससे पूर्व वाहनों से पथवारी तक लाया गया। विगत दिनों संत बक्शीराम जी महाराज के ब्रह्मलीन होने पर निमार्ण महोत्सव पर रामद्वारा समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम किये जा रहा है जिसमे सुबह एवं शाम को श्री रामदयाल जी महाराज का सत्संग चल रहा है। सत्संग के दौरान महाराज जी ने जीव ब्रह्म है के बारे में विस्तार से बताया है , उन्होंने कहा कि बख्शीराम जी महाराज द्वारा तापित यह स्थल सम्प्रदाय का तीर्थ है बख्शीराम जी ने इस स्थान पर तप करके इसे तीर्थ बना दिया है। राम नाम की अलख जगा दी है संत श्री ने बताया कि राम नाम का सुमिरन ही इस जीव का कल्याणकारी ओषधि है। एक कथा के द्वारा महाराज जी ने मनुष्य में मनुष्यत्व की उम्र 40 वर्ष ही है इसके बाद कुत्ते की योनि से जीवन जीने की संज्ञा दी उसके बाद 60 वर्ष तक गधे की तरह व 80 वर्ष के बाद उल्लू की तरह जीवन जीना पड़ता है लेकिन मनुष्य अपने कल्याण केवल राम नाम से हि पाता है। स्वामी श्री जी ने फरमाया की आज के जीवन में भजन के महत्व पर प्रकाश डाला इस दौरान रामद्वारा के संत भंडारी जगवलभ जी , संत मणिकराम जी, संत सेवाराम जी, संत नरपतराम जी, ने बताया कि महाराज जी 23 जनवरी तक केकडी में रहेंगे तथा बख्शीराम जी महाराज की स्मृति में भंडारा सोमवार को होगा। इस दौरान आनंदिराम सोमानी, जगदीश फतेहपुरिया,तुलसीराम विजयवर्गीय, सौभाग माली, पप्पू माली, रामधन माली, ललित यति,महेंद्र शर्मा, रमेश वैष्णव, दशराघ साहू, अजय शर्मा, पार्षद उषा दाधीच, अतुल दाधीच, लोकेश शास्त्री, मुकेश सहित कई भक्तगण उपास्थित रहे।

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