अटूट आस्था का धाम झरनेश्वर महादेव

साल के 12 महीने शिवलिंग से टपकता है पानी
========================
केकड़ी 18 फरवरी(पवन राठी)केकड़ी विधान सभा की सावर पंचायत समिति के ग्राम सदारा –राजपुरा व भांडावास के बीच खारी नदी में स्थित विगत 70 वर्षों से जन जन की आस्था का अटूट धाम बन चुका है।प्रतिवर्ष शिवरात्री पर यंहा विशाल मेला भरता है।कालांतर में दो वर्षों तक यंहा पशु मेला भरा करता था परंतु शिवलिंग से लाल बूंदे टपकती पाई जाने के बाद पशु मेला भरना बंद हो गया।आज भी यंहा शिवलिंग से पानी की बूंदे टपकती मैने खुद अपनी आंखों से देखी है।इस विशेषता को आस्थावान एक चमत्कार मानते है।प्रत्येक शिवरात्रीसहित श्रावण मास में यंहा आस्था का सैलाब उमड़ता है। शिवलिंग से पानी टपकने के कारण ही झरनेश्वर महादेव मंदिर इस स्थान का नाम पड़ा।
इतिहास
=======
लगभग 70 वर्ष पूर्व यंहा कोलकत्ता का एक व्यापारी अभ्रक का खनन करता था।खनन के दौरान शिवलिंग प्राप्त हुवा इस पर उनके द्वारा चबूतरे का निर्माण करवा कर शिव परिवार की प्राण प्रतिष्ठा करवा दी। 23 फरवरी 1952 को उक्त खान मालिक द्वारा ही यंहा शिवालय का निर्माण करवाया गया।उसके बाद दो सालों तक पशु मेला भरा फिर बंद हो गया।
आस्था के अटूट स्थल को विकसित करने एवम श्रद्धालुओ को राहत देने के मकसद से सरकारी स्तर पर भी यंहा सामुदायिक भवन आदि निर्मित करवाये जा चुके है।

error: Content is protected !!