केकडी 14 अप्रेल, राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय उपशाखा केकड़ी के द्वारा अम्बेडकर जयंती एवं सेवानिवृत्त शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय केकड़ी मे 2.15 हुआ । प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सुरेश चौहान ने बताया कि कार्यक्रम की अध्यक्षता बजरंग प्रसाद मजेजी राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य ABRSM, मुख्य वक्ता देवाराम जी चित्तौड़ प्रान्त गौकथा आयाम प्रमुख, मुख्य अतिथि महेन्द्र लखारा प्रदेश महामंत्री राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय, विशिष्ट अतिथि भंवर सिंह राठौड़ प्रदेश उपाध्यक्ष राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय पर्यवेक्षक सत्यनारायण शर्मा जिलाध्यक्ष राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय अजमेर थे । मुख्य वक्ता देवाराम जी ने कहा कि भारत के पुत्र हे तो इसके प्रति अपना दायित्व निभायें पूरे विश्व की दृष्टि भारत पर हे कि भारत क्या कर रहा है भारत ही समरसता के सूत्र पिरो सकता है मुख्य अतिथि महेन्द्र लखारा प्रदेश महामंत्री ने कहा कि सामाजिक बदलाव का जिम्मा हम शिक्षकों को निभाना है आज जो बदलाव आया हे उसके लिए कई महानुभावों ने बलिदान दिया है समारोह अध्यक्ष बजरंग प्रसाद मजेजी ने कहा कि अम्बेडकर जी ने भारत विभाजन का विरोध किया था सबके हृदय में एक ही चेतना का दर्शन भारत में कर सकते हो ,विशिष्ट अतिथि भंवर सिंह राठौड़ प्रदेश उपाध्यक्ष ने संगठन की रीति नीति के बारे में विचार रखे और कहा कि संगठन ने शिक्षकों की समस्याओं के लिए समय समय पर आन्दोलन किया हे। पर्यवेक्षक सत्यनारायण शर्मा जिलाध्यक्ष ने कहा कि जिले की प्रत्येक शाखा में अम्बेडकर जयंती सामाजिक समरसता के रूप में मनाई जा रही है। जिलाध्यक्ष ने कहा कि रिटायरमेंट किसी भी रोड़ का अन्त नहीं है बल्कि यह खुले हाईवे की शुरुआत हे
कार्यक्रम संयोजक महेश शर्मा ने अतिथियो का परिचय कराया और स्वागत उद्बोधन दिया और बताया कि उक्त कार्यक्रम में जुलाई 2019 से जून 2023 तक सेवानिवृत्त होने वाले लगभग 100 सेवानिवृत्त शिक्षकों का सम्मान किया गया। शाखा मन्त्री संजय वैष्णव ने आये हुए भी महानुभावों का आभार व्यक्त किया ।
अतिथियो का स्वागत बिरदीचंद वैष्णव , काशीराम विजय, सुरेश चौहान, महेश शर्मा, लादूराम मीणा ,कैलाश जैन, राजेन्द्र सुजेडिया, संजय वैष्णव, रामबाबू स्वर्णकार, ईद मोहम्मद, मनमोहन परेवा, गोपाल लाल रैगर, जितेन्द्र सिंह राठौड़, हीरालाल मीणा , , प्रहलाद कुमावत, रामनिवास कुमावत, महावीर मेघवंशी, हीरालाल सामरिया, भागचंद लखारा, मोजेन्दर् सिंह ने किया । कार्यक्रम का संचालन बिरदीचंद वैष्णव ने किया ।
