अजमेर 19 जून। पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री और अजमेर उत्तर के विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा की भाजपा पुरानी परंपराओं को पुनर्जीवित कर सामूहिकता के संदेश के साथ आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। देवनानी ने अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र के पुराने वरिष्ठ कार्यकर्ताओ के साथ होटल मेरवाड़ा एस्टेट में आयोजित टिफिन बैठक के दौरान अपने संबोधन में यह बात कही। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व कैबिनेट मंत्री और उत्तराखंड के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष मदन कोशिश रहे। अपने संबोधन में कौशिक ने कहा की पुराने कार्यकर्ताओ ने पार्टी को आज इस मुकाम तक पहुंचाने में अहम योगदान रहा है और आज की पीढ़ी के कार्यकर्ताओं के लिए ऐसे पुराने कार्यकर्ता उदाहरण और प्रेरणा के स्रोत है। अपने संबोधन में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 9 साल के कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा की विगत 9 सालो मे देश स्वाभिमान के साथ आत्मनिर्भर होता हुआ तेजी से आगे बढ़ रहा है और जनकल्याणकारी नीतियों ने देश की दिशा और दशा को बदल दिया हैं। चाहे वो किसान सम्मान निधि हो या फिर सौभाग्य योजना, ऐसी कई योजनाएं है जिसने देश के हर वर्ग को सम्मान के साथ आगे बढ़ने में दक्षता प्रदान की है।
विधायक वासुदेव देवनानी ने अपने संबोधन में गहलोत सरकार पर तीखे हमले करते हुए कहा की पिछले साढ़े चार सालो में कांग्रेस सरकार को जनता की चिंता नहीं हुई और अब जब चुनाव आ रहे है तो महंगाई राहत शिविर के बहाने रेवड़ियां बांटी जा रही हैं। देवनानी ने कहा की मुख्यमंत्री गहलोत अपनी कुर्सी बचाने के लिए सरकार को होटल मे बंद करके बैठे थे तब उन्हे कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में प्रदेश की जनता की चिंता नहीं हुई। देवनानी ने कहा की मोदी सरकार पर संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने का आरोप लगाने वाले सीएम गहलोत की सरकार खुद भ्रष्टाचार में डूबी हुई है और इसका प्रमाण संवैधानिक संस्था आरपीएससी के सदस्य एसओजी की गिरफ्त में आए बाबूलाल कटारा खुद है। देवनानी में टिफिन बैठक में आए पार्टी के पुराने कार्यकर्ताओ से विधानसभा चुनाव में सक्रिय होकर प्रदेश में भी डबल इंजन सरकार लाने का आव्हान किया जिससे प्रदेश में फिर से विकास के रास्ते खोले जा सके। बैठक में अजमेर प्रभारी वीरम देव सिंह, शहर जिलाध्यक्ष रमेश सोनी, पूर्व महापौर धर्मेन्द्र गहलोत, धर्मेश जैन, अरविन्द यादव, सीताराम शर्मा, तुलसी सोनी, सुरेश चारभुजा, जयकिशन पारवानी, विकास सोनगरा, राजकुमार ललवानी, विक्रम सिंह, दीपेन्द्र लालवानी, सतीश बंसल, महेन्द्र जादम, दयालराम सवासियां, विनोद कंवर राठौड़, अशोक मुदगल, के.के. टांक, भगवान बच्चानी, सलीम मौहम्मद सहित कई पुराने अनुभवी और वरिष्ठ कार्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
