राष्ट्रीयत्व और हिंदुत्व को लेकर कांग्रेस में घृणा के बीज -देवनानी

राज्य सरकार तत्काल आदिपुरूष फिल्म का प्रदेश में प्रसारण रोके – देवनानी

वासुदेव देवनानी
अजमेर 20 जून। पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री और अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी ने गीता प्रेस गोरखपुर को गांधी शांति पुरस्कार से सम्मानित किए जाने के निर्णय पर कांग्रेस की और से दिए बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी हैं। देवनानी ने बयान जारी करते हुए कहा की कांग्रेस में राष्ट्रीयत्व और हिंदुत्व को लेकर घृणा के बीज है और हमेशा हिंदू विरोधी रही है।
देवनानी ने कहा की गीता प्रेस गोरखपुर ने भारतीय संस्कृति के लिए जो काम किया है उसे कांग्रेस पचा नहीं पा रही है और हमेशा से ही भारतीय संस्कृति से नफरत करती आई है। कांग्रेस की और से इसकी गोडसे से तुलना करना निंदनीय है और बेहद शर्मनाक है। कांग्रेस इससे पहले भी भगवान राम के अस्तित्व पर कपिल सिब्बल के जरिए सवाल खड़े कर चुकी हैं। देवनानी ने कहा की कांग्रेस ऐसी पार्टी है जिसका जड़ों से जुड़ाव नही है और इसके अध्यक्ष भी भारतीय मूल के नही रहे जिसके चलते ऐसी पार्टी से इसके अलावा कुछ और अपेक्षा नहीं की सकती। देवनानी ने आरोप लगाया की कांग्रेस तुष्टिकरण की राह पर आगे बढ़ रही है और इसका प्रमाण प्रदेश में विगत साढ़े चार साल के कांग्रेस कुशासन में देखने को मिला, जहां हिंदू धर्म की रैलियों पर सरकार प्रतिबंध और पाबंदियां लगाती है। उन्होंने सरकार पर तुष्टिकरण की नीति अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा की प्रदेश में कई जगहों पर पुजारी आत्मदाह कर रहे है जबकि सनातन धर्म के खिलाफ बोलने वाले खुलेआम घूम रहे हैं और उन पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही। ऋषि मुनियों पर अनर्गल टिप्पणी होने के बाद भी किसी तरह की कानूनी कार्यवाही नही होती है। देवनानी ने कहा की हिंदू धर्म सबको साथ लेकर चलता है लेकिन इस अपमान को सहन नही किया जाएगा।
इसके साथ ही देवनानी ने आदिपुरुष फिल्म के संवाद और दृश्य पर कड़ी आपत्ति जताते हुए इसे भारतीयता और संस्कृति का अपमान बताते हुए मुख्यमंत्री गहलोत से प्रदेश में फिल्म के प्रसारण पर तत्काल रोक लगाने की मांग की जिससे करोड़ों हिंदुओ की भावनाएं को आहत होने से रोका जा सके।

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