णमोकार महामंत्र अनुष्ठान का हुआ विधिवत शुभारंभ

आचार्य विशुद्ध सागर जी महाराज के शिष्य मुनि श्री 108 संकल्प सागर जी महाराज एवं मुनि श्री 108 सद्भाव सागर जी महाराज के सानिध्य में णमोकार महामंत्र अनुष्ठान विधिवत प्रारंभ हुआ

आयोजन में प्रातकाल आदिनाथ भगवान के अभिषेक एवं शांति धारा हुई कमल सुबोध बड़जात्या ने श्री जी के प्रथम अभिषेक किए

8:15 बजे आयोजित प्रवचन सभा में मुनि श्री सद्भाव सागर जी महाराज ने कहा णमोकार महामंत्र जैन धर्म का सबसे बड़ा मंत्र है इस मंत्र से जैन धर्म की पहचान है हमें प्रतिदिन इस मंत्र का जाप करना चाहिए जाप करने से सभी विघ्न बाधाएं दूर होती है और आत्मा में धर्म का निवास होता है

मंगल कलश की स्थापना की गई

णमोकार महामंत्र अनुष्ठान के मंगल कलश की स्थापना भी की गई है यह अद्भुत कलश जिसमें रथ पर कलश विराजमान है और उसको 4 हाथी खींच रहे हैं ऐसे अद्भुत कलश को अनुष्ठान के पश्चात इसके पुण्यार्जक परिवार को दे दिया जाएगा

शाम को 6:30 बजे णमोकार महामंत्र अनुष्ठान में णमोकार महामंत्र के जाप हुए आज सुनील जैन होकरा परिवार की ओर से अनुष्ठान किया गया बाद में सभी को प्रभावना शुरू श्री फल वितरण किया गया

श्री दिगंबर जैन मुनि संघ सेवा जागृति मंच के तत्वाधान में चल रहे इस अनुष्ठान में प्रतिदिन प्रातः काल 8:15 बजे दोनों मुनि श्री के प्रवचन हो रहे हैं एवं शाम को 6:30 बजे मुनि श्री के सानिध्य में णमोकार के जाप हो रहे हैं

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