पीलवा उप तहसील को अजमेर जिले में शामिल करने के लिए जुटे हजारों ग्रामीण

कलेक्ट्री पर प्रदर्शन कर कलेक्टर को दिया ज्ञापन

अजमेर । नागौर जिले के पीलवा उप तहसील को परिसीमन में अजमेर जिले में शामिल करने के लिए आज पीलवा उप तहसील के हजारों ग्रामीणों ने जिला कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन कर जिला कलेक्टर डॉ भारती दीक्षित को ज्ञापन सौंपा ।
कालेटड़ा ग्राम पंचायत के सरपंच कृपाल सिंह राठौड़ ने बताया कि पीलवा तहसील की 13 पंचायत कालेटड़ा भरसियां मोडीखुर्द बस्सी बाजवास नेतथास डाडोता मायापुर पीलवा रीड पुडरी रघुनाथपुरा के हजारों ग्रामीणों ने आज जिला कलेक्टर भारती दीक्षित एवं संभागीय आयुक्त सी आर मीणा को ज्ञापन देकर अजमेर जिले में शामिल करने की मांग की है
उन्होंने बताया कि पीलवा उप तहसील से नागौर मुख्यालय लगभग 140 ~150 किलोमीटर दूरी पर है जिससे नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है वर्तमान में परिसीमन में यदि कुचामन डीडवाना जिले में पीलवा उप तहसील को शामिल किया जाता है तो संभागीय कार्यालय सीकर 200 किलोमीटर पड़ेगा और कुचामन डीडवाना 100 किलोमीटर से अधिक है जिससे आवाजाही मे भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
पीलवा उप तहसील को अजमेर में परिसीमन के दौरान अजमेर जिले में शामिल करने के लिए 13 ग्राम पंचायत के सरपंचो ने जनहित में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ राम लुभाया कमेटी राजस्व मंत्री रामलाल जाट एवं जिला कलेक्टर नागौर को पत्र देकर पीलवा उप तहसील को अजमेर परिसीमन के दौरान अजमेर में शामिल करने का आग्रह किया है ।

पीलवा उप तहसील के कृपाल सिंह राठौड़ जितेंद्र सिंह वरुण अमरचंद जाजड़ा नरेंद्र सिंह नाथू जी वैष्णव राजेंद्र मोयल जगदीश मेघवाल गजेंद्र सिंह पीह प्रेमचंद गुर्जर शिव प्रसाद शर्मा लक्ष्मण राम वरुण भोजराज जाजड़ा मदन गुर्जर रियाज मोहम्मद गोविंदराम शर्मा महेश चंद्र शर्मा अभिषेक सिंह सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

आज अल सुबह से ही विजयलक्ष्मी पार्क के बाहर पीलवा उप तहसील के ग्रामीणों का एकत्रित होना शुरू हो गया था अपराह्न 1:00 बजे हजारों ग्रामीणों का समूह जब जिला कलेक्ट्री पहुंचा तो पुलिस प्रशासन भी सकते में आ गया। एक बार की तो प्रशासन ने उन्हें भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के कार्यकर्ता मानकर घेराबंदी कर दी थी पर बाद में पता चला कि यह नागौर पीलवा उप तहसील वाले परिसीमन में अजमेर जिले में शामिल होने का ज्ञापन देने आए हैं तब चैन की सांस ली।

error: Content is protected !!