आओ सिन्धी सिखें का ऑनलाईन व ऑफलाईन निःशुल्क प्रशिक्षण प्रारंभ
अजमेर 30 जुलाई। आओ सिन्धी सिखें का ऑनलाईन व ऑफलाईन निःशुल्क प्रशिक्षण व सिंध से जुड़ी जानकारियां सिंध इतिहास एवं साहित्य शोध संस्थान द्वारा द्वितीय तल, श्री अमरापुरा सेवा घर, 423 प्रगति नगर, खेल मैदान के सामने कोटड़ा पर प्रारंभ हुआ। हजारों की तादाद में देश विदेश से जुड़े व्यक्तियों ने जानी सिंध के इतिहास व भाषा की जानकारी।
संस्थान के अध्यक्ष कंवल प्रकाश किशनानी ने बताया कि अचो त सिंधी सिखूं आओं सिंधी सीखें कक्षाऐं आज से प्रारंभ हो गई है जो प्रत्येक सप्ताह रविवार को पांच सत्र रहेगें, प्रत्येक सत्र 10 मिनिट का होगा, जिसमें आज चार अक्षर, पांच अंक, एक गीत, ज्ञान, तीज त्यौहार, भाषा की जानकारी बारहखड़ी व संख्याओं का सिंधी में ज्ञान दिया गया गया, प्रत्येक सप्ताह आयोजित होने वाली कक्षाओं में सिंधी साहित्य, इतिहास, खान-पान, तीज त्योहार, गीत संगीत, नाटक एवं सिंधी संस्कृति के बारें में जानकारी दी जायेगी। भाषा का ज्ञान आसान हो, उसके लिए विशेष अंग्रेजी, हिन्दी, देवनागरी व सिंधी भाषा सहित विशेष सामग्री तैयार की गई है
भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति की क्रियांविति के साथ मातृ भाषा में प्राथमिक शिक्षण हेतु किये जा रहे सकारात्मक प्रयास के लिये भारत सरकार का आभार प्रकट करते हुये संविधान की आठवीं अनुसूची में सम्मिलित सिन्धी भाषा का विश्वविद्यालय स्थापना होगी, ऐसे विचार भारतीय सिंधु सभा के राष्ट्रीय मंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने कहा कि यह संयोग है कि नई शिक्षा नीति को तीन वर्ष पूर्ण हो रहे हैं और केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने अहम फैसला के तहत 22 क्षेत्रीय भाषाओं में पढाई करवाई जायेगी। विष्वविद्यालय खुलने से सिन्धी विषय लेकर अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों के लिये सिन्धी भाषा में अध्ययन व शोध कार्यके अलावा रोजगार के भी अवसर मिलेगें।
रीटा चंदीरमानी, मीना तेजवानी, लक्ष्मण चंदीरमानी, आशा टेकचंदानी, जया जगवानी, नरेन्द्र कुमार मंगलानी, राजेश टेकचंदानी ने प्रशिक्षण दिया।
हरी चंदनानी ने बताया कि कार्यक्रम संस्थान् के सोशल मिडिया प्लेटफार्म से ऑनलाईन व शोध संस्थान् पर भी ऑफलाईन भी पढ़ाया जा रहा है। कक्षा रविवार को 2.30 बजे से 4 बजे आयोजित की जा रही है।
कवंल प्रकाश किशनानी
अध्यक्ष
मो. 9829070059