अजमेर। अजमेर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक श्री अनिल पालीवाल ने कहा कि पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की मुस्तैदी से रेंज के अजमेर, भीलवाड़ा, नागौर व टोंक जिलों में नागरिकों की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए हाई-वे तथा मुख्य मार्गों पर रात्रि गश्त बढ़ाई गई है और बीट प्रणाली को मजबूत बनाया गया है।
पालीवाल पुलिस नियंत्रण कक्ष के सभागार में मीडिया से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने बताया कि पुलिस थानों की निगरानी और व्यवस्था को मुस्तैद बनाने के लिए वह स्वयं प्रात: से ही पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों की मीटिंग लेते हैं। पुलिस ने कई मामलों में सफलता भी अर्जित की है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2011 के मुकाबले वर्ष 2012 में गंभीर किस्मों के अपराधों में कमी आई है। लूट की घटनाएं 66 से घटकर 48, चोरी की 1906 से कम होकर 1823 तथा नकबजनी की वारदातें 592 से घटकर 546 रह गईं। आबकारी व अन्य धरपकड़ कार्यवाही में भी पुलिस सक्रियता से नियंत्रण बना रहा। अंतर जिला समन्वय पुलिस प्रशासनिक व्यवस्था को मजबूत बनाया गया जिससे नागौर के पुलिस प्रशासन के सहयोग से दरगाह में बच्चा चोरी का मामला पकड़ में आया।
पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि रेंज में बीट प्रणाली को और मजबूत बनाने के लिए पुलिस के जवानों में प्रतिस्पर्धा की भावना का संचार कर उनके कार्य का आंकलन किया जाता है और सबसे अच्छा कार्य करने वाले बीट अधिकारी की डायरी देखी जाती है। सूचना प्रबंधन को और मजबूत बनाया गया है। पुलिस की विभिन्न विंग जिम्मेदारियों के अनुरूप कार्य कर रही हैं।
उन्होंने मीडिया प्रतिनिधियों को नववर्ष की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस वर्ष मामलों की कार्यवाही में प्रभावी एक्शन लेने का संकल्प लिया गया है, जिससे निश्चय ही अवैध गतिविधियां रूकेंगी और पुलिस कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने और नागरिकों की सुरक्षा की दृष्टि से और अधिक बेहतर स्थिति में होगी।