व्यावसायिक शिक्षा को विभाग की मुख्य धारा में शामिल करने की मांग

विद्यालय स्तर पर छात्र-छात्राओं के हुनर व कौशल का विकास कर उनमे रोजगार स्वरोजगार विषयों का प्रशिक्षण देकर विधार्थियो को आत्मनिर्भर बनाने वाले प्रशिक्षकों ने व्यावसायिक शिक्षा को विभाग में सम्मिलित करने की मांग कर राजस्थान को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लिया है।ट्रेनिंग व एसेसमेन्ट पार्ट से आर एन रावत ने बताया की वर्तमान युग व क्षेत्रीय रोजगार के उपलब्धता के आधार पर राजकीय विद्यालयों में विभिन्न तरह के व्यवसायों जैसे सुचना प्रोधोगिकी, हेल्थ केयर, इलेक्ट्रॉनिक, सिक्योरिटी,प्लम्बर,कंस्ट्रक्शन,कृषि, ऑटोमोबाइल, ब्यूटी वैलनेस, अपेरल आदि विषयों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है व प्रशिक्षण पश्चात व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त सेंकड़ो विधार्थियो प्लसमेंट के माध्यम से नौकरी भी प्राप्त कर चुके है। प्रशिक्षण के दौरान सुनियोजित ऑधोगिक भर्मण, गेस्ट लेक्चर, इंटर्नशिप, एक्सपोजर कैंप, एग्जाबिशन, प्रायोगिक लैब जैसी अनेको गतिविधियों द्वारा प्रायोगिक अनुभव प्रदान किया जाता है।
इससे पूर्व राजस्थान व्यावसायिक शिक्षक संघ ने टेंडर प्रक्रिया के नाम पर बेरोजगार करने व हेल्थकेयर व सिक्योरिटी व्यवसाय में प्रवेश पर रोक की खबर प्रकाशित करने हेतु प्रिंट मिडिया का आभार प्रकट किया है जिसे अब हटा आरएसलडीसी की घोषणा कर चुके है।

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