आज दिनांक 11 अक्टूबर – जैन समाज के द्वारा सम्मेद शिखरजी में निर्माणाधीन रोपवे का विरोध किया गया।
दिगंबर जैन महासंघ के महामंत्री प्रकाश जैन के अनुसार सकल जैन समाज का पवित्र तीर्थ स्थान झारखंड स्थित सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल बनाने की मुहिम के तहत वहां पर रोपवे का निर्माण प्रारंभ करने की सरकार की योजना शुरू की जा रही है। इसका पूरा जैन समाज घोर विरोध कर रहा है। मधुबन से लेकर पारस टोंक तक रोपवे बनाने से तीर्थ की पवित्रता पर्यटकों के द्वारा नष्ट होने की पूरी संभावना है जिससे जैन धर्म की आस्था पर कुठाराघात होगा।
इस सन्दर्भ में अजमेर जैन समाज की विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारियों ने जिलाधीश महोदय डॉ भारती दीक्षित को माननीय किशन रेड्डी पर्यटन मंत्री भारत सरकार एवं श्रीमान नितिन गडकरी सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री के नाम ज्ञापन दिया।
महासंघ के अध्यक्ष प्रमोद सोनी ने कहा सम्मेद शिखर से 20 तीर्थंकर का मोक्ष हुआ है जहां की माटी का कण-कण पावन है उसे क्षेत्र को पर्यटन स्थल बनाना कदापि सहन नहीं किया जाएगा। पूजन मंडल के ज्ञानचंद पत्नी के अनुसार 15 से 20000 आदिवासियों की आज आजीविका जैन समाज के द्वारा होती है। रोपवे के बनने के पश्चात उनकी आजीविका बंद हो जाएगी।
ज्ञापन देने वालों में श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन संघ के सभापति विनोद डाबरिया, महामंत्री भागचंद मंडोत, राजकुमार, राजेंद्र जैन, भारतीय जैन मिलन से महावीर इंटरनेशनल के पी.सी जैन गंगवाल, तेरापंथ समाज के अध्यक्ष अशोक छाजेड,़ पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर केसरगंज से राजकुमार पाण्डया सहित अन्य कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
भवदीय
(प्रकाषचंद जैन)
मो. 9829332777
