रोटा एबलेटर तकनीक से शुरू हुआ मित्तल हॉस्पिटल में हृदय रोगियों का इलाज

मित्तल हॉस्पिटल हृदय रोग विभाग में जुड़ा नया अध्याय
अजमेर, 18 अक्टूबर()। मित्तल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटरए अजमेर के हृदय रोग विभाग ने एक नया अध्याय जोड़ा है। हृदय रोग विभाग द्वारा अब रोटा एबलेटर मशीन का इस्तेमाल कर गंभीर हृदय रोग पीड़ितों का इलाज किया जा रहा है। सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ राहुल गुप्ता ने विगत दिनों में करीब 6 — 7 भर्ती रोगियों के रोटा एबलेटर मशीन तकनीक से हृदय रोग का निदान किया है।
सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ राहुल गुप्ता ने बताया कि रोटा एबलेटर मशीन तकनीक धमनियों में जमा कैल्शियम को हटा कर स्टेंट स्थापित करने का मार्ग तैयार करती है। इस तकनीक का उपयोग थोड़ा महंगा और चुनौती पूर्ण होता हैए किन्तु इस तकनीक के उपयोग से हृदय रोगी को धमनियों में ब्लॉकेज की अवस्था में बाईपास सर्जरी कराए जाने के बीच एक विकल्प मिल जाता है।
उन्होंने बताया कि महानगरों में इस तकनीक का इस्तेमाल पहले से होता है। अजमेर में यह सुविधा गंभीर हृदय रोगियों के लिए मित्तल हॉस्पिटल में उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त कर्मचारी 70 वर्षीय भोमराज का हाल में ही रोटा एबलेटर तकनीक से उपचार किया गया। हृदयरोगी भोमराज को पूर्व में वर्ष 2017 में एंजियोप्लास्टी हो चुकी थी। इस बार अस्वस्थ होने पर जांच में फिर से धमनी में रुकावट पाई गई। रोगी का रोटा एबलेटर तकनीक से उपचार किया गया। इसी तरह 69 वर्षीय रामूशंकर माथुर की हृदय की धमनियों में जमे कैल्शियम को रोटा एबलेटर तकनीक से हटा कर रोगी के स्टेंट डाला गया।
निदेशक डॉ दिलीप मित्तल ने बताया कि रोटा एबलेटर मशीन तकनीक के जरिए हृदय रोगियों को अजमेर में उपचार उपलब्ध हो रहा हैए यह अच्छा है। हृदय रोगियों के लिए राहत की बात है। बहुत से हृदय रोगी अजमेर से बाहर जाकर उपचार पाने की अवस्था में नहीं होने के कारण रोग को नजरअंदाज करने लगते हैं। अब उन्हें अधिक उम्र व रोग की गंभीर अवस्था में बाईपास सर्जरी के बीच विकल्प स्थानीय स्तर पर मिल सकेगा।

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