श्री दिगंबर जैन मुनि संघ सेवा जागृति मंच के अध्यक्ष सुनील जैन होकरा एवं प्रवक्ता संदीप बोहरा ने आचार्य विद्यासागर जी महाराज के देवलोक गमन पर अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी है प्रवक्ता बोहरा ने बताया कि आचार्य विद्यासागर जी महाराज ने अपना समाधि से पूर्व आचार्य पद मुनिराज समय सागर जी महाराज को दिया जो कि उनके गृहस्थ जीवन के भाई थे आचार्य विद्यासागर जी महाराज ने अपने हाथों से अंतिम दीक्षा स्वयं के छोटे भाई को दी जिनका नाम मुनि उत्कृष्ट सागर जी महाराज रखा आचार्य विद्यासागर जी महाराज जिन्होंने 400 से अधिक दीक्षाएं प्रदान की आज संपूर्ण भारतवर्ष में एवं संपूर्ण विश्व में आचार्य विद्यासागर जी महाराज का नाम आलोकित है
विद्यासागर गुरुवर बहुत तुम याद आओगे
भजन गायक संदीप बोहरा अजमेर ने संपूर्ण भारतवर्ष में आचार्य श्री के देवलोक गमन पर बनाया हुआ भजन सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हो रहा है ,आ जाओ गुरुवर तुम सुनो बात हमारी ,चाह गुरु तेरे दर्शन की, और विद्यासागर गुरुवर हो तुम पालनहार हमारे, भजनों के माध्यम से श्रद्धांजलि दी
विद्यासागर गुरुवर बहुत तुम याद आओगे भूल कभी ना गुरुवर तुमको बहुत तुम याद आओगे
अजमेर से नाता है आचार्य विद्यासागर जी महाराज का अजमेर में ही दीक्षा ली थी
30 जून 1968 को आचार्य ज्ञान सागर जी महाराज के कार्यक्रमों से विद्याधर ब्रह्मचारी ने दीक्षा ली जो बाद में आचार्य विद्यासागर बने आचार्य विद्यासागर जी महाराज के गुरु ने अपना आचार्य पद विद्यासागर जी महाराज को प्रदान कर समाधि को ग्रहण कर लिया था वैसे ही आज आचार्य विद्यासागर जी महाराज ने अपने शिष्य समय सागर जी महाराज को आचार्य पद देकर स्वयं समाधि मरण को प्राप्त होकर देवलोक हो गए संपूर्ण भारतवर्ष में आचार्य विद्यासागर जी महाराज के प्रति जो श्रद्धा भाव है वह देखते ही बनता है आज आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के देवलोक गमन पर संपूर्ण समाज में शोक व्याप्त है