ख्वाजा माॅडल स्कूल में ख्वाजा साहब के वंशजो का भविष्य खतरे में

दरगाह कमेटी द्वारा संचालित ख्वाजा माॅडल स्कूल में ख्वाजा साहब के वंशजों के एक दर्जन से अधिक बच्चों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है। बोर्ड परीक्षाए प्रारंभ हो चुकी है परन्तुु स्कूल प्रबन्धन दरगाह कमेटी के एक प्रस्ताव का हवाला देते हुए बच्चों के प्रवेश पत्र जारी नही कर रहा है। ऐसे में बच्चों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है। परिजन असमन्जस की स्थिति में विद्यालय के चक्कर काट रहे है, परन्तु विद्यालय प्रबन्धन टस से मस नहीं हो रहा है, अन्त में ख्वाजा साहब के वंशजों के बच्चों के परिजनो ने सीबीएसई में गुहार लगाई है कि वह बच्चों के प्रवेश कार्ड उपलब्ध करावें।
दरगाह ख्वाजा साहब एक्ट 1955 की धारा 11 (श्र) और दरगाह ख्वाजा साहब बाई लाॅज 1958 की धारा 13 (ठ) के अनुसार दरगाह कमेटी को ख्वाजा साहब के वंशजों के शैक्षणिक उत्थान हेतु पाबंद किया गया है। ख्वाजा माॅडल स्कूल की स्थापना से पूर्व एवं इसके पश्चात ख्वाजा साहब के वंशजों से विद्यालय द्वारा कोई फीस नहीं ली जाती थी। परन्तु वर्ष 2020 से ही तत्कालीन नाजिम एवं दरगाह कमेटी द्वारा हठ धर्मिता अपनाते हुए, दरगाह एक्ट व दरगाह बायलाॅज को ताक में रखते हुए परिजनों से फीस जमा करने का दबाव बनाया गया, और अन्तिम दरगाह कमेटी ने अपने कार्यकाल की अन्तिम बैठक में नियम विरुद्ध निर्णय पारित कर फीस जमा करने का कहा गया। इसके बाद परिजनों ने दरगाह कमेटी के इस नियम विरुद्ध निर्णय की शिकायत हवाला देते हुए, अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय, पीएम मोदी पोर्टल एवं नाजिम कार्यालय तक की गई तथा इस सम्बन्ध में अपने शिक्षा के अधिकार की गुहार लगाई परन्तु लम्बा समय व्यतीत हो जाने के बाद भी किसी स्थायी नाजिम व कमेटी के न होने से फरियाद सुनने वाला कोई नहीं है। हालत यहां तक आ पहुंची है कि एक दर्जन से अधिक बच्चों का भविष्य दावं पर लगा हुआ है और बच्चें इस मानसिक अवसाद में है कि यदि उन्हें प्रवेश कार्ड न मिला तो उनका क्या होगा, वहीं विद्यालय प्रबन्धन किसी भी तरह से परिजनों को सहयोग प्रदान नहीं करते हुए, लगातार फीस जमा करवाने की मांग कर रहा है। परिजनों के अनुसार इस पूरे घटना क्रम का बुरा असर बच्चों के मानसिकता पर पड़ रहा है, जिससे वह बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं, और उनको पढ़ने में भी डर सा लग रहा है। ऐसे में परिजनों ने सीबीएसई को पत्र लिखते हुए, पूरे प्रकरण में हस्तक्षेप करते हुए, बच्चों के प्रवेश पत्र जारी करवाने की मांग करने का अनुरोध किया है।

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