राजकीय विभागों में ठेका प्रथा से लगे कार्मिकों ने अजमेर कलेक्टर पर धरना प्रदर्शन कर अजमेर कलेक्टर का घेराव किया।
मोनू चौधरी ने मिडिया से बात करते हुए बताया की ठेका कर्मचारी ठेकेदार द्वारा पीड़ित व शोषित वर्ग है ठेकेदार द्वारा अल्प वेतन में नियुक्त कर्मचारी स्थायी कर्मचारी के बराबर कार्य करता है वहीं ठेकेदार या प्लेसमेंट एजेंसी कार्मिक को पूरा भुगतान नहीं करती,शिकायत करने पर जॉब से हटा देते है एवं आर्थिक व मानसिक रूप से शोषण करते है जिसको लेकर पूर्व सरकार ने राजस्थान लोजिस्टिक्स डिलवरी कारपोरेशन की घोषणा करी थी परन्तु लागु नहीं करने से कार्मिकों में रोष है जिसको लेकर आज मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन दिया।राजस्थान में इनकी संख्या लाखों में है।इससे पूर्व कल शहीद स्मारक जयपुर में हजारों की संख्या में कार्मिकों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
आर एन रावत ने बताया की विभिन्न सोशल प्लेटफार्म पर आरएसएलडीसी लागु करो ट्रेंड कर रहा है।
इस दौरान वोकेशनल शिक्षा ,चिकत्सा विधुत , निगम,कंप्यूटर कर्मी,जल,सहित अनेकों विभाग के कर्मचारी उपस्थित रहे।
