जैन धर्म अनादि धर्म है जिसके युग प्रर्वतक आदिनाथ भगवान है-ब्रहमचारी श्री अक्षय भैयाजी
आज दिनांक 03 अपै्रल 2024 – श्री 1008 पार्ष्वनाथ दिगम्बर जैसवाल जैन मन्दिर केसरगंज अजमेर में प्रातः 5ः30 बजे आदिनाथ जन्म जयन्ती महामहोत्सव कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। प्रातः 5ः30 बजे ब्राहमी महिला मण्डल की महिलाओं द्वारा मंगल बधाई के गीत गाये गये जिसमें समाज की महिलाओं ने भगवान आदिनाथ जी के मंगल बधाई गीत श्री 1008 पार्ष्वनाथ दिगम्बर जैसवाल जैन मन्दिर केसरगंज में गाये एवं इस अवसर पर भगवान आदिनाथ को ब्राहमी महिला मण्डल के द्वारा चांदी के पालने में बालक रूप में पालना झुलाया गया एवं माता मरूदेवी को भगवान के जन्म की मंगल बधाई ‘‘सारी नगरी में मच गया हल्ला भयो महलो में लल्ला….’’, ‘‘ओ झूला झूले रे तीर्थकर ऐसी शुभ घड़ी आयी…..’’ आदि गाये गयी। सर्वप्रथम भगवान आदिनाथ शांतिधारा अभिषेक किये गये एवं भगवान की जन्म कल्याणक की पूजा अर्चना समस्त पुजारियों द्वारा की गई।प्रातः 8ः30 बजे ध्वजारोहणकर्ता श्रीमान श्रीमान् जयचन्द दीपचन्द मनोज अरूण जैन पॉण्डया परिवार द्वारा किया गया एवं भगवान के सारथी बनने का सौभाग्य प्राप्त किया। भगवान के रथ के खवासी बनने का सौभाग्य हेमेन्द्र कुमार प्रमेन्द्र कुमार धमेन्द्र आदि साहबजाज परिवार ने प्राप्त किया। भगवान के रथ के प्रथम चवरकर्ता विरेन्द्र कुमार भुपेन्द्र महतिया व विनित आषीष साहबजाज परिवार को प्राप्त हुआ। ध्वजारोहण के पश्चात् भगवान आदिनाथ की भव्य रथयात्रा केसरगंज जैन मंदिर से प्रारम्भ होकर दैनिक नवज्योति रोड़, गोल चक्कर, आर्य समाज मार्ग, स्टेषन रोड, क्लॉक टॉवर, गॉंधी भवन चौराहा, मदार गेट से कवण्डसपुरा, जैन नमकीन, आदिनाथ मार्ग लाल कोठी, पड़ाव से होता हुआ आर्य समाज मार्ग होते हुए पुनः केसरगंज जैन मन्दिर पर समाप्त हुई। रथयात्रा में 12 ढोल, 5 घोड़े, 5 बग्गी, 1 झांकी एवं श्रीजी का रथ सम्मलित हुये। जुलुस में पार्ष्वनाथ संगीत मंडली केसरगंज के द्वारा सुन्दर व मधुर भजनो की प्रस्तुति दी गई। जुलूस में ब्राहमी, स्वतन्त्र जैन महिला प्रकोष्ठ, आदि सृष्टि व सुन्नदा महिला मंडल सहित महिलाएॅं केसरिया व पुरूष श्वेत वस्त्र पहनकर धर्म ध्वजा लेकर आगे आगे चल रहे थे। जुलुस मे भगवान आदिनाथ को वैराग्य विषय पर झांकी सुनन्दा महिला मंडल के द्वारा सजाई गई। प्रात 10ः30 बजे सार्वजनिक धर्म सभा का आयोजन आदिनाथ मार्ग लाल कोठी पड़ाव पर आयोजित किया गया जिसमें मंदिर कमेटी के अध्यक्ष पवन जैन बढ़ारी, अभय कुमार साहबजाज, विजय जैन पल्लीवाल, जिनषासन तीर्थक्षेत्र के अध्यक्ष वीरेन्द्र कुमार जैन बाडमेर वाले, धर्मषाला कमेटी के अध्यक्ष रामभरोसी लाल साहबजाज, मंदिर कमेटी के पूर्व अध्यक्ष सुनील ढिलवारी, डॉ. अनिल जैन, प्रकाष पाटनी, प्रदीप पाटनी, अजय दनगसिया, अषोक जैन एडवोकेट, जयचन्द जैन पॉंण्डया आदि गणमान्य महानुभवों के द्वारा भगवान आदिनाथ के चित्र का दीप प्रज्वलन एवं अनावरण किया गया। इस अवसर पर भजन गायिका श्रीमती संगीता के द्वारा भजनो की प्रस्तुत दी गई। सभा के प्रारम्भ में ब्राहमी महिला मंडल के द्वारा मंगलाचरण किया गया।
आयोजन समिति के संयोजक मनोज जैन ने बताया कि इस अवसर पर ब्र. श्री अक्षय भैयाजी व शंषाक भैयाजी ने अपने मंगल आर्षीवचन में कहा कि जैन धर्म प्राचीन धर्म है। भगवान आदिनाथ जिनका आज जन्म कल्याणक है उनके द्वारा समाज को 10 कलाओं का ज्ञान कराया गया उनकी पुत्री ब्राहमी व सुन्दरी के द्वारा असि मसि व कृषि की षिक्षा प्रदान की। उनके पुत्र भरत व बाहुबली हुए जो चक्रवती राजा थे। अन्तिम तीर्थंकर भगवान महावीर है जिन्होने समाज को सत्य व अंहिसा का संदेष दिया। जैन धर्म अनादि धर्म है जिसके युग प्रर्वतक आदिनाथ भगवान थे जिन्होने हमें धर्म के मार्ग पर चलाया। धर्म तो वह है जो हमे दुखो से सुख की ओर ले जाये। हमें संसार से मुक्त कराके परम वैभव अर्थात् निर्वाण को प्राप्त कराये। भगवान आदिनाथ ने आज से हजारो वर्ष पूर्व अपनी पुत्रियों को असि मसि व कृषि की षिक्षा देकर इस समाज को अमूल्य योगदान दिया। आज सरकार बेटी-बचाओ बेटी बढ़ाओं आगे बढ़ाओ का नारा लगा रही है लेकिन भगवान आदिनाथ ने तो हजारो वर्ष पूर्व इसका संदेष जन-जन को दिया। संसार में जैन धर्म में जीवन जीने की कला एवं मृत्यु महोत्सव मनाने की कला दोनो सिखाई है। केवल जैन धर्म है जो निर्वाण को परम पद मानता है। इसलिए प्रत्येक प्राणी के जीवन का अन्तिम लक्ष्य इस आत्मा का कल्याण करना है। इसी क्रम में ब्र. श्री अक्षय भैयाजी व सुषांत भैयाजी के द्वारा सत्यार्थ बोध सम्यकज्ञान षिक्षण षिविर का पॉच दिवसीय का समापन सांय 7ः30 बजे पुरस्कार वितरण कर किया गया जिसमें समाज के लगभग 150 महिलाऐं, पुरूष व छोटे-छोटे बच्चो को अभय कुमार साहबजाज के द्वारा पुरस्कार प्रदान किये गये। इसी क्रम में सांय 8ः30 बजे 108 पुर्ण्याजक परिवारो के द्वारा रिद्धि सिद्धि भक्ताबर पाठ का संगीतय जबलपुर से पधारी गायिका संगीता जैन के द्वारा केसरगंज जैन मंदिर में कराया गया। समाज के द्वारा कार्यक्रम के समापन पर दोपहर 12ः00 बजे से 3ः00 बजे तक विषाल भंडारे का आयोजन आम समाज के लिए किया गया।
कमेटी के मंत्री लोकेष जैन ढिलवारी ने बताया कि जुलूस में संयोजक मनोज जैन कोलानायक, अभय कुमार साहबजाज, स्वदेष ढिलवारी, पवन जैन बढारी, अषोक जैन एडवोकेट, वीरेन्द्र कुमार जैन बाडमेर वाले, विनीत कुमार जैन साहबजाज, लोकेष ढिलवारी, अजय जैन दनगसिया, वीरेन्द्र जैन बढारी, नीरज जैन सुथनिया, विनीत जैन उन्नैरिया, राहुल जैन पंचगईया, राकेष घीया, सुनील जैन ढिलवारी, ललित पॉण्डया, अनिल जैन पॉण्डया, सुभाष चडौसिया, सुनील जैन साहबजाज, हेमन्त जैन पॉण्डया, कपिल जैन दनगसिया, सुषील बाकलीवाल, प्रदीप महतिया, विजय जैन पल्लीवाल, मनीष गदिया, मिश्रीलाल गदिया, अजय दनगसिया, नवीन पाटनी, राजीव जैन निराला, रमेषचन्द जैन टेन्ट, अरूण कोठारी, निर्मल कोठारी आदि उपस्थित रहे।
भवदीय
(लोकेष जैन ढिलवारी)
मंत्री
मो. 9251047666