अजमेर: राजस्थान प्रदेश के लाखों विद्यार्थियों को कौशल प्रशिक्षण द्वारा छात्र छात्राओं को रोजगार देने वाले व्यावसायिक शिक्षकों को पिछले 10 महीनों से वेतन नहीं मिला है।
व्यावसायिक शिक्षको की नियुक्ति सरकार प्लेसमेंट एजेंसियों द्वारा करती हैं अधिकतर प्लेसमेंट एजेंसियों का भुगतान लंबे समय से बकाया चल रहा है। प्लेसमेंट एजेंसियां भुगतान हेतु शिक्षा विभाग को जिम्मेदार बता रही हैं वहीं शिक्षा विभाग ने प्लेसमेंट एजेंसियो को जिम्मेदार ठहराया है इस कड़ी में व्यावसायिक शिक्षकों का शोषण हो रहा है।
जिलाअध्यक्ष दीपक वैष्णव ने बताया कि व्यावसायिक शिक्षकों के लंबित वेतन की समस्या को विभाग सहित सरकार को कई बार अवगत करा चुके है परन्तु अभी तक कोई स्थाई समाधान नहीं हुआ। विभाग बजट नहीं होना व एजेंसी के कर्मचारी होने का हवाला देकर पल्ला झाड़ लेते है वहीं प्लेसमेंट एजेंसी विभाग द्वारा फाइल अटका देने की बोल रहा है।
प्रवक्ता आर एन रावत ने सरकारी कर्मचारियों को दीपावली पर वेतन जारी आदेश के बाद सरकार से शिक्षकों के साथ दोहरा बर्ताव न कर व्यावसायिक शिक्षकों को उनके बकाया वेतन अतिशीघ्र देने देने की मांग करी है।