राष्ट्रीय आदिवासी एकता मंच द्वारा जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम का सौपा ज्ञापन

आज दिनांक 18 नवम्बर – राष्ट्रीय आदिवासी एकता मंच के प्रदेष अध्यक्ष प्रकाष मीणा व प्रदेष उपाध्यक्ष सागर मीणा के संयुक्त नेतृत्व में प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस अधिकारियों द्वारा ग्रांम समरावत्ता देवली उनियारा टोंक में घटित की गई घटना के सम्बन्ध में माननीय जिला कलेक्टर महोदय अजमेर को माननीय मुख्यमंत्री महोदय के नाम का ज्ञापन सौप कर शीघ्रताषीघ्र कार्यवाही करने की मांग की गई।
यह जानकारी देते हुए सागर मीणा ने बताया कि दिनांक 13/11/2024 को गांव समरावता तह. देवली/उनियारा जिला टोंक में हुए घटनाक्रम की जानकारी सोशल मिडिया व अखबारों के माध्यम से मिली जो कि प्रदेश के लिए बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है तथा गांव व प्रदेश में भय का माहौल है लोकतंत्र में जनता जनार्दन है। स्थानीयों ग्रामीणों द्वारा कई बार उक्त संबन्ध में जिला कलेक्टर महोदय व राजस्थान सरकार के सचिव व राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री महोदय उक्त सम्बन्ध में जरिये प्रार्थना पत्र अवगत करवाया गया था लेकिन उक्त सम्बन्ध में आज दिनांक तक राजस्थान सरकार द्वारा व प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा उक्त विषय में कभी कोई विचार विमर्श नहीं किया गया। जिससे स्थानीयों ग्रामीणों का आहात होना स्वभाविक था उक्त परेशानी के चलते स्थानीय ग्रामवासी समरावत्ता द्वारा सामुहिक रुप से निर्णय लिया गया। दिनांक 13/11/2024 के उप चुनाव में अपना मतदान नहीं करने का निर्णय लिया गया।13/11/2024 को किसी भी ग्रामीण द्वारा पोलिंग बूथ पर जाकर मतदान नहीं किया गया तथा उक्त मतदान केन्द्र से उचित दूरी पर धरना प्रर्दशन कर गांव समरावता को वापस से उपखण्ड उनियारा में सम्मिलित करने की मांग प्रशासन के समक्ष रखी उक्त धरना प्रदर्शन में देवली उनियारा विधानसभा क्षेत्र से विधायक निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा उक्त धरना प्रदर्शन में सम्मिलित हुए एवं प्रशासन से मांग की कि जिला कलेक्टर टोंक उक्त ग्रामीणों की मांग को स्वीकार कर गांव समरावता को उपखण्ड उनियारा में सम्मिलित किया जाय। इसी दरमियान उक्त पोलिंग बूथ गांव समरावता में ड्यूटी पर उपस्थित अमित चौधरी आर.ए.एस. हॉल उपखण्ड अधिकारी द्वारा उक्त गांव की एक आशा सहयोगिनी व दो अन्य लोगों पर दबाव बनाकर मतदान करवाया गया। उक्त बात की नाराजगी को लेकर निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा द्वारा आवेश में आकर आर.ए.एस. अधिकारी का मतदान के सम्बन्ध में पत्ता कर पोलिंग बूथ से बाहर थप्पड़ जड़ दिया जो कि नरेश मीणा की होश व आपा खोने की स्थिती को देखते हुए स्वभाविक था।
ज्ञापन में मांग की गई कि प्रशासन द्वारा समरावता गांव में की गई निंदनीय पूर्ण घटना में दोषी अधिकारियों के खिलाफ तत्काल प्रभाव से करवाही हो, निर्दाेष लोगो को तत्काल रिहा किया जाए, गांव में जो भय का माहुल बना हुआ वहा शांति बनाने के तत्काल प्रभाव से पुलिस जाप्ता हटाया जाए, नरेश मीना के विरुद्ध सिर्फ उसे मुकदमे में कार्रवाई की जाए जो गुनाह उसने किया है बाकी उसकी राजनीतिक हत्या करने के लिए अन्य मुकदमा लगाकर परेशान नहीं किया जाए, गांव में प्रशासन द्वारा जो नुकसान किया गया है उसका मुआवजा दिया जाए, गांव में जितने भी लोगो को चोट लगी है उनका दमन करना बंद करे ताकि वो मेडिकल करवा कर कानूनी कार्रवाई कर सके, प्रशासन द्वारा सोशियाल मिडिया पर जायज मांग करने वाले लोगों को डराया जा रहा है उसको तत्काल प्रभाव से बंद किया जाए, एसडीएम द्वारा जिस महिला का हाथ पकड़ कर जबरदस्ती वोट डलवाया गया था उसके विरुद्ध एससी एसटी एक्ट के साथ महिला हत्याचार में मुकदमा दर्ज किया जाए।
एस.डी.एम. अमित चौधरी अपराधिक प्रवृति के है इस सम्बन्ध में एफ.आई.आर नं. 67/20136 पुलिस थाना आदर्ष नगर अजमेर धारा 307, 37 आ.पी.सी व 4/25 आर्म्स एक्ट के तहत अपराधी रहे है जिसका विवरण आ.पी.सी. ने आर.ए.एस का फार्म भरते समय जानकारी छुपाई गई अतः इनके विरूद्ध उक्त मामले में कार्यवाही की जाये।
(सागर मीणा)
मो. 9602935113

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