भारतीय रेलवे अपने यात्रियों को स्वच्छ और उच्च गुणवत्ता के बेडरोल देने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए रेलवे बोर्ड द्वारा स्पष्ट नीति निर्धारित की गई है। उत्तर पश्चिम रेलवे अजमेर मंडल पर संचालित होने वाली सभी ट्रेनों में वातानुकूलित श्रेणी के कोचों में स्वच्छ और उच्च गुणवत्ता वाले बेडरॉल प्रदान किया जा रहे हैं।
अपर मंडल रेल प्रबंधक बलदेव राम एवम वरिष्ठ मंडल यांत्रिक अभियंता प्रदीप कुमार ने बताया कि सभी चद्दरों की धुलाई का कार्य मैकेनाइज्ड लॉन्ड्री में किया जाता है और इसके बाद ऑटोमेटिक मशीन से इस्त्री की जाती है ताकि यात्रियों को स्वच्छ बेडरोल देकर उनकी यात्रा को आरामदायक और सुरक्षित बनाया जा सके।
अजमेर रेल मंडल में मैकेनाइज्ड लॉन्ड्री स्थापित की गई है और इसकी क्षमता में लगातार वृद्धि की जा रही है। अजमेर मंडल द्वारा प्रतिदिन 15 टन यानी 15000 बेडरोल की धुलाई की जाती है। मंडल पर गंदे बेडरोल की शिकायतों में निरंतर कमी आ रही है। वर्ष 2024- 25 में पिछले वर्ष की तुलना में शिकायतों में 65% की कमी आई है। इसके साथ ही मंडल स्तर पर बेडरोल सहित अन्य शिकायतों की निगरानी के लिए वॉर रूम स्थापित किए गए हैं जो यात्रियों की शिकायतों एवं फीडबैक पर निरंतर 24 * 7 निगरानी करते हैं। बेडरोल के संबंध में अजमेर स्टेशन पर रेल यात्रियों से लिए गए फीडबैक में भी उन्होंने स्वच्छ और अच्छी गुणवत्ता के बेडरोल दिए जाने पर खुशी व्यक्त की।
मुख्य जनसंपर्क निरीक्षक अजमेर