बाबा ईसरदास की समाधि से आज भी प्रेरणा मिलती है – महामण्डलेश्वर हंसराम

धर्म यज्ञ अनुष्ठान, पूर्ण आहूति, आर्शीवचन, पल्लव प्रार्थना समाधि पूजन के साथ
सात दिवसीय बाबा ईसरदास साहिब के शताब्दी महोत्सव सम्पन्न

अजमेर 13 जनवरी – संतो द्वारा दिखाये गये मार्ग से सेवा, समपर्ण, सनातन में अपना जीवन समर्पित करना चाहिये।  जिस आश्रम से हमारे पूर्वज जुडे हैं उन्ही आश्रमों व संतो की आज्ञा से अपनी युवा पीढी को जोडकर संस्कारवान बनायें। बाबा ईसरदास की समाधि से हमें आज भी प्रेरणा मिलती हैें ऐसे आर्शीवचन महामण्डलेश्वर हंसराम उदासीन ने ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम में चल रहे बाबा ईसरदास साहिब के शताब्दी महोत्सव पर प्रकट किये। उन्होनें धर्म संसद में पारित प्रस्तावों को समाज में पालन करने का आव्हान किया जिससे सामाजिक कुरीतियों को समाप्त किया जा सके।

बाबा ईसरदास के निर्वाण शताब्दी महोत्सव समापन पर महन्त स्वरूपदास उदासीन ने आर्शीवचन देते हुये कहा कि इस सात दिवसीय धार्मिक आयोजन में जिन्होने भी अपना सहयोग तन, मन व धन से दिया है उन्हें बाबा ईसरदास व हमारे बडे़ संतों का आर्शीवाद उनके परिवार व समाज को मिलेगा। समापन पर तीर्थराज पुष्कर के महन्त हनुमानराम, किशनगढ से महन्त श्यामदास जी, भीलवाड़ा से गणेशदास जी, चित्तौडगढ़ से स्वामी गुरुदास, स्वामी माधवदास, राजकोट से स्वामी अमरलाल, भावनगर गुजरात से सांई दीपकलाल, फकीर सांई नन्दलाल जी, उज्जैन से महन्त आत्मदास जी, सतना महन्त ख्मियादास जी, महन्त ईश्वरदास जी, महंत संतोषदास जी, महन्त पुरुषोतमदास, इन्दौर से स्वामी मोहनदास जी. भोपाल से बाबा मोहनदास जी, स्वामी तुलसीदास, रीवा से स्वामी हंसदास जी, संत स्वरूपदास जी, अहमदाबाद से सांई जगदीशलाल जी, जी सहित अजमेर के संत महात्मा श्रीराम विश्वधाम के महंत अर्जुनदास, श्री ईश्वर गोविन्दधाम के स्वामी ईश्वरदास, निर्मलधाम के स्वामी आत्मदास, प्रेमप्रकाश आश्रम के दादा नारायणदास, जतोई दरबार के भाई फतनदास, गीता मंदिर के भीष्म ने भी आर्शीवचन प्रदान किये।

संत गौतम ने बताया कि यज्ञ अनुष्ठाान पूर्णाहूति, संतो का आर्शीवाद, प्रसादी, समाधि पूजन व आरती, पल्लव प्रार्थना के साथ उत्सव का विश्राम दिया गया व भक्ति संध्या में श्रृद्धालुओं ने लिया भजनों का आनन्द -सांई वासुराम मण्डली, भावनगर की बालक मण्डली के साथ मुम्बई से आई अन्तर्राष्ट्रीय कलाकार संगीता महेश पान्त्रा व हरीशेवा सनातन उदासीन आश्रम भीलवाडा के सन्त इन्द्रदेव व सिद्धार्थ ने भगवान श्रीराम, बाबा ईसरदास के भजन व गीतों पर श्रृद्धालुआंे को झुमाकर आनंदित कर दिया। दोे दिवसीय कार्यक्रम में अलग अलग शहरों से आये बालकों ने भी धार्मिक कार्यक्रमों में सहभागिता निभाई।
सेवादारों को मिला संतो का आर्शीवाद –
सात दिवसीय आयोजन में आश्रम के साथ सामाजिक, धार्मिक व शैक्षणिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने सम्मानित किया जिसमें प्रकाश जेठरा, कवंल प्रकाश किशनानी, महेन्द्र कुमार तीर्थाणी, नरेन शाहणी भगत, शंकर सबनाणी, कन्हैयालाल खानचंदाणी, राजू किशनानी, नरेन्द्र बसराणी, घनश्याम आडवाणी, वर्षा बादलाणी, रिया ज्ञानाणी, वीना बदलाणी, हरिकिशन टेकचंदाणी, रूकमणी वतवाणी, भीष्म मोदियाणी, प्रकाश मूलचंदाणी, अजीत पमनाणी, रमेश मूलचंदाणी, राम बालवाणी, दीपक बालाणी, रमेश कलयाणी, के.टी. वाधवाणी, भगवान साधवाणी, चन्द्रप्रकाश भगत सहित वीसनगर, कोटा, जोधपुर, जयपुर, अहमदाबाद, भीलवाड़ा कार्यकर्ता उपस्थित थे।

  सन्त गौतम,
मो. 9636674979

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