भारत का युवा अलगाववादी ताकतों को जवाब देने में सक्षम-देवनानी

विधानसभा अध्यक्ष ने की राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा के तहत नागरिक अभिनंदन समारोह में शिरकत
पूर्वोत्तर के राज्यों से अजमेर आए युवाओं का किया गया अभिनंदन

अजमेर, 9 फरवरी। विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि भारत के युवा कभी भी अलगाववादी ताकतों के मंसूबे पूरे नहीं होने देंगे। पूर्वोत्तर और भारत की तरफ चीन और अन्य बाहरी तत्वों की गिद्ध दृष्टि है। भारत का युवा इन सबको मुंह तोड जवाब देने में सक्षम है। आज का विद्यार्थी देश का सुयोग्य नागरिक है और राष्ट्रवादी सोच के साथ वे देश को आगे ले जाने में सक्षम बन गया है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति एकता, समन्वय, सामंजस्य, स्नेह, और सहिष्णुता की संस्कृति है। यही भारत की आत्मा है। हमने विश्व की विभिन्न संस्कृतियों को अपने में आत्मसात करते हुए, उन्हें आदर और सम्मान देने के बावजूद अपने अस्तित्व और आदर्शों को जिंदा रखा है। इसलिए आदिकाल से अब तक हमारा अस्तित्व, आदर और सम्मान से बना हुआ है।
विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी ने रविवार शाम को राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सभागार में आयोजित राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा नागरिक अभिनन्दन समारोह में शिरकत की। मुख्य अतिथि के रूप में श्री देवनानी ने कहा कि आज चीन सहित कई विदेशी ताकतों की गिद्ध दृष्टि भारत की तरफ है। वे पूर्वोत्तर सहित भारत की तरफ देख रहे है लेकिन हमारा युवा उनके मंसूबे कभी सफल नहीं होने देगा। भारत का युवा आज राष्ट्रवाद की भावना से ओतप्रोत है। वह दुनिया की किसी भी शक्ति को मुंहतोड जवाब देने में पूरी तरह सक्षम है। भारत का युवा राष्ट्र को आगे ले जाने के लिए काम कर रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2047 तक भारत को विकसित बनाने को जो संकल्प लिया है वह युवाओं की बड़ी भूमिका रहेगी। उन्होंने कहा कि ज्ञान, शील, एकता के अनुपालक-अनुगामी विश्व के सबसे बड़े छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के ही एक भाग स्टूडेंटस एक्सपीरियंस इन इंटर स्टेट लिविंग द्वारा अंतर राज्यीय छात्र जीवन दर्शन राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा आयोजित की गई है।
उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अपनी स्थापना से ही संपूर्ण भारत के शिक्षा मंदिरों, शिक्षा परिसरों में शैक्षिक परिवार की संकल्पना के साथ राष्ट्रीय पुनः निर्माण के उद्देश्य से कार्यरत है। यह वह पवित्र छात्र संगठन है जो स्वाधीनता के समय से राष्ट्र सम्मान और राष्ट्रीय संस्कारों-संस्कृति की दृढ़ता और पूर्णता के साथ-साथ छात्र शक्ति के निर्माण के लिए कार्यरत रहा है। स्टूडेंटस एक्सपीरियंस इन इंटर स्टेट लिविंग भारत के समस्त छात्रों के मध्य एकता, जुड़ाव एवं भावनात्मक संबंधों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कार्य कर रहा है। युवाओं के मध्य भावनात्मक और मजबूत स्नेह संबंधों को अधिक प्रगाढ़ करने के लिए संगठन ने प्रत्येक छात्र को एक स्थानीय मेजबान परिवार में समायोजित करने का विशाल कार्य किया है। जहां रुकने वाला मेहमान नहीं बल्कि परिवार के सदस्य के रूप में माना जाता है। सेल की इस पहल ने आने वाले छात्रों को स्थानीय संस्कृति और आदतों को बेहतर ढंग से समझने में मदद की है और संपूर्ण राष्ट्र को विविध संस्कृतियों में समन्वय-सामंजस्य और समझ बढ़ाने का कार्य किया है। युवा शक्ति, जो भविष्य का भारत है उसे जागरूक और राष्ट्रभाव से ओतप्रोत रखते हुए हमें हमारी श्रेष्ठ संस्कृति की श्रेष्ठता को बनाए रखना है।
उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद एक ऎसा छात्र संगठन है जो स्पष्ट तौर पर यह मानता है कि छात्र शक्ति ही राष्ट्र शक्ति होती है। विद्यार्थी परिषद सिर्फ छात्रों की समस्या निवारण का महज एक मंच नहीं है बल्कि राष्ट्र निर्माण के पवित्र लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कार्य करने वाला एक संगठन है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की विराट और व्यापक सोच, दृष्टि और चिंतन के चलते राष्ट्रव्यापी आंदोलन और चेतना संपूर्ण विश्व के छात्रों के लिए अनुकरणीय है। शिक्षा का वातावरण सुधारने के साथ-साथ इस संगठन ने भारत को विभिन्न मुद्दों और विषयों पर चिंतन और सार्थक उद्देश्य प्रदान किए है। अभाविप भारत की स्वाधीनता के समय से राष्ट्र, समाज के लिए उपयोगी संस्कारित छात्र शक्ति के निर्माण के लिए कार्य करते हुए आज अपने अमृत वर्ष (75 वर्ष) में है और 55 लाख विद्यार्थियों की सदस्यता के साथ विश्व के सबसे बड़े छात्र संगठन के रूप में प्रसिद्धि प्राप्त है।
उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि आज राष्ट्र के सामने बहुत सारी चुनौतियाँ हैं। आप विकसित भारत का आधार हो, आप आचार्य चाणक्य और स्वामी विवेकानन्द के अनुगामी हो। यह राष्ट्र सदियों से अपनी शिक्षा, संस्कृति और संस्कारों के लिए जाना जाता रहा है। इन सबकी रक्षा और प्रचारित-प्रसारित करना हम सबका दायित्व है।

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