*पण्डित दीनदयाल उपाध्याय निर्वाण दिवस पर श्रद्धांजलि* :

एकात्म मानव दर्शन अनुसंधान एंव विकास प्रतिष्ठान अजमेर ईकाई द्वारा आयोजित किया ” निर्वाण दिवस”
पंडित दीनदयाल की पुण्यतिथि पर ईकाई द्वारा एक बडी बैठक आयोजित की गई, जिसमें शहर मे गठित सभी स्वाध्याय मंडलो के सभी सदस्यों ने भाग लिया,इस अवसर प्रारंभ में दीनदयाल जी के चिञ पर माल्यापर्ण कर पुष्पाजंली कर दीनदयाल जी को श्रद्धाजंलि अर्पित की।
कार्यक्रम के प्रारंभ मे श्री सुभाष शर्मा ने दीनदयाल जी के जीवन और विचारों पर प्रकाश डाला।
  इस अवसर पर दो विषयों पर उद्बोधन हुऐ,
” गौ रक्षा – राष्ट्र रक्षा” विषय पर पार्षद एंव गौ सेवक ज्ञान सारस्वत ने कहा गौ सेवा,गौ रक्षा ही सच्चा सनातन आचरण है,गाय पशु नही हमारी माता है,वैझानिक आधार पर भी गाय ही एक माञ प्राणी है जो आक्सीजन लेती है वापस आक्सीजन ही छोडती है,गौ मूञ की उपयोगिता के बारे में पूरे विश्व को जानकारी हो चुकी,आज हमें संकल्प लेना होगा यथासंभव हम इस विचार को अधिक से अधिक लौगों तक पहुचाऐं।
      सामयिक मंथन के दुसरे विषय ” संविधान के 75 वर्ष पूर्ण,नागरिकता संशोधन बिल का महत्व” पर मुख्यवक्ता के रूप में पूर्व महापौर श्री धर्मेंद्र गहलोत ने र्विषय पर संविधान की नागरिकता अधिनियमों की धाराऔं की विस्तृत जानकारी प्रदान की,अनैक वर्षों से भारत में शर्णाथियों का जीवन जी रहे ऐसे हजारों नागरिक जो पाकिस्तान, बंगलादेश, अफगानिस्तान से वहां अल्पसंख्यक के रूप में रह रहे थे,उनकों जबरन धर्मपरिवर्तन के लिये मजबूर किया जाना था,अपनी जान बचाकर भारत मे आ गये,वे हिंदु,बौद्ध,सिख,ईसाॆई है,उनकों भारत की नागरिकता प्रदान इस संशोधन के आधार पर किया जाना संभव हुआ,अभी हाल में अमेरिका में रह रहे भारतीयों को बिना अमेरिकन कागजातो के कारण पुन: भारत भेज दिया,अत;: भारत में भी प्रत्येक नागरिक का पंजीकरण  इस संशोधन से होगा,इसका विरोध वे राजनैतिक दल कर रहे है जो अवैध रुप से घुसपेट करने वालों को मतदाता बनाकर लाभ लेना चाहते है,भारत के सीमावर्ती राज्यों मे यह समस्या विकराल रूप ले चुकी,अत: हमें इस बिल का पूरा सनर्थन करना चाहिये,भारत का नागरिक कौन हो सकता है? इसकी पाञता के बारे मे विस्तार से जानकारी दी।
    संयोजक आनंद सिंह ने संस्थान की गतिविधियों के बारे मे अवगत कराया,विगत पांच छ: माह में पांच स्वाध्याय मंडलो के बारे मे जानकारी दी,मंडल सक्रिय रहे इस हेतु सभी से आग्रह किया,इसके पश्चात मुक्तचिंतन आयोजित किया,जिसमें अनैक सदस्यों ने अपने विचार सुझाव दिये,सभी ने गौ रक्षा का संकल्प लिया,एंव नागरिकता संशोधन बिल के बारे समाज के अधिक से अधिक लोगों तक जानकारी स्वाध्याय मंडलो में चर्चा कर पहुंचाने का निश्चय किया ।
       कार्यक्रम के अंत में सह सयोंजक सुभाष जी शर्मा ने सभी कार्यक्रम मे उपस्थित होने के लिये धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम मे स्वाध्याय मण्डलो के सदस्य, जनप्रतिनिधिगण, आम जन उपस्थित रहे।
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