पुलवामा हमले में शहीद जवानों को श्रृद्धांजलि देकर सैनिकों ने किया आनलाईन काव्य पाठ

“आज की शाम शहीदों के नाम” 14 फरवरी 2019 पुलवामा हमले में शहीद हुएं केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों को अनकहे अल्फाज़ साहित्यिक संस्थान किशनगढ़ रेनवाल (जयपुर) द्वारा श्रृद्धांजलि अर्पित करने के पश्चात आनलाईन काव्य पाठ का कार्यक्रम रखा।
                  14 फरवरी 2025 को शाम 07 बजकर 15 मिनट पर अनकहें अल्फाज़ द्वारा लाईव काव्य पाठ (काव्य गोष्ठी) कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें भारतीय सेना, अर्धसैनिक बल एवं पुलिस सेवा में कार्यरत जवानों ने आनलाईन रू-ब-रू होकर युवाओं में जोश भरने वाली रचनाओ का पाठ किया। कार्यक्रम की शुरुआत प्रदीप कुमार बाजिया (अध्यापक) ने माॅं शारदे को याद करते हुएं अपनी रचना पढ़कर किया।
                   इसमें सैनिक/कवि गणपत लाल उदय हेड कांस्टेबल (केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल) ने इस काले दिवस पर प्रकाश डालते हुए इस दिन के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी और अपनी स्वरचित रचना अमर जवान पंक्तियां “जवान वो शहीद अमर हुआ है मरा नही, तिरंगा अभी हाथ में है उसके गिरा नही” का पाठ किया।
            कवि लाल सिंह प्रहरी रिटायर हवलदार (भारतीय सेना) ने बेहतरीन मुक्तक और उम्दा रचनाओं से सबका मन मोह लिया। ओज कवि बृजेन्द्र प्रताप सिंह मुख्य आरक्षी (उत्तरप्रदेश पुलिस) ने भी अपनी शानदार रचनाओं से सबको आकर्षित किया। सुरेश सचान पटेल सहायक उप निरीक्षक (भारत तिब्बत सीमा पुलिस) ने भी अपनी जानदार-शानदार रचनाओं से कार्यक्रम की शोभा बढ़ा दी।
      इस कार्यक्रम के लिए सैनिक कवि उदय ने अनकहें अल्फाज़ साहित्यिक संस्थान के संस्थापक श्याम सुन्दर जी महरडा (निरीक्षक) सह-संस्थापक गजेन्द्र कुमावत मारोठिया और प्रदीप कुमार बाजिया (कोषाध्यक्ष) का आभार जताया है जो कि आए दिन इस तरह के कार्यक्रम करवातें रहते है। कार्यक्रम से आर एस मीणा इंडियन, अंकुश उदय अरांई के साथ अनेंक श्रोताओं ने जुड़कर कार्यक्रम को सफल बनाया।
सैनिक की कलम
गणपत लाल उदय अजमेर राजस्थान 

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