दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए मुख्यमंत्री गंभीर, संवेदनशील होकर काम करें विभाग
जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक सम्पन्न
अजमेर, 18 फरवरी। जिला कलक्टर श्री लोक बन्धु ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा पूरी गंभीरता से काम कर रहे हैं। सड़क सुरक्षा, जागरूकता एवं दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए संबंधित विभाग संवेदनशील होकर काम करें। अब दुर्घटना होने पर घटना का विश्लेषण होगा और संबंधित विभागों की जिम्मेदारी तय की जाएगी। राजमार्गों पर अवैध कट, अवैध पार्किंग बंद की जाए एवं सुरक्षा मानकोंं पर सख्ती से अमल किया जाए।
मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा ने राज्य में सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए सुरक्षा उपायों की अक्षरशः पालना के निर्देश दिए हैं। इन निर्देशों की पालना में मंगलवार को जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक जिला कलक्टर श्री लोक बन्धु की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, पुलिस, पीडब्ल्यूडी, परिवहन, शिक्षा, चिकित्सा एवं अन्य सभी संबंधित विभाग दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए मनोयोग से काम करें। ब्लैक स्पॉट की पहचान कर उन्हें बंद करें। अब दुर्घटना होने पर विश्लेषण होगा एवं संबंधित विभागों की जिम्मेदारी भी तय की जाएगी।
उन्होंने बताया कि पुलिस, पीडब्ल्यूडी, परिवहन, शिक्षा, चिकित्सा एवं अन्य सभी संबंधित विभागीय अधिकारियों को जिले में होने वाली प्रत्येक सड़क दुर्घटना की जिम्मेदारी निर्धारित की जाकर उत्तरदायी व दोषियों के विरूद्ध संबंधित कानूनों के अनुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए। पुलिस एवं प्रशासन को जिला स्तर पर राजमार्गों, ग्रामीण मार्गों एवं अन्य समस्त श्रेणी के मार्गों पर होने वाली सड़क दुर्घटनाओं के विभिन्न कारणों का विश्लेषण कर वहां तत्काल सुधारात्मक कार्यवाही कराने के निर्देश दिए। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण एवं सार्वजनिक निर्माण विभाग को दुर्घटना संभावित क्षेत्रों, पशुओं के आवागमन वाले मार्गों पर चेतावनी चिह्न लगाने एवं पेट्रोलिंग वाहनों के दायित्व निर्धारण कर राजमार्गों पर अवैध पार्किंग पर नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
उन्होंने बताया कि पुलिस एवं परिवहन विभाग जिलों के चिह्नित ब्लैक स्पॉट्स को अविलम्ब दुरूस्त कराने की कार्यवाही करेें। साथ ही जिले में सबसे अधिक दुर्घटनाओं तथा मृत्यु वाले 5 ब्लैक स्पॉट्स को चिह्नित कर उन्हें दुरूस्त कराने के निर्देश दिए। दुरूस्त किए गए ब्लैक स्पॉट्स की निरंतर मॉनिटरिंग की जाकर वहां भविष्य में दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने हाई रिस्क, हाई डेनसिटी कॉरिडोर एवं दस लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में दुर्घटना संभावित सड़कों एवं जंक्शनों पर प्राथमिकता के आधार पर आईटीएमएस की स्थापना किए जाने के निर्देश दिए।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में राज्य में घटित 3 या 3 से अधिक प्राणघातक दुर्घटनाओं का राज्य सड़क सुरक्षा प्रकोष्ठ द्वारा विश्लेषण किया जा रहा है। इस क्रम में पुलिस विभाग को जिला स्तर पर प्रत्येक प्राणघातक दुर्घटना का विश्लेषण कर कारणों का अविलंब निवारण करने के निर्देश दिए। बैठक में सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने, घायलों की सहायता करने वाले सिविल सोसायटीज, आमजन इत्यादि को प्रोत्साहित करने के लिए चिह्नित कर प्रतिवर्ष आयोजित जिला एवं राज्य स्तरीय गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, सड़क सुरक्षा सप्ताह व माह के दौरान सम्मानित करने का निर्णय लिया गया।
उन्होंने परिवहन विभाग को जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठकों का समयबद्ध आयोजन तथा बैठक में लिए गए निर्णयों की क्रियान्विति की मॉनिटरिंग करवाए जाने के निर्देश दिए। ओवरलोडिंग रोकने के लिये राजमार्गों के निकट सीजर यार्ड बनाने की दिशा में कार्य करने के लिए नियम व प्रक्रिया निर्धारित कर क्रियान्ययन करने के निर्देश दिए। राजमार्गों पर स्थित समस्त ग्राम पंचायतों में 5-5 व्यक्तियों को सड़क सुरक्षा के दृष्टिकोण से प्रशिक्षित कर जीवन रक्षा मित्र के रूप में दायित्य प्रदान करने तथा उनके द्वारा सड़क सुरक्षा गतिविधियों के आयोजन के संबंध में दिशा-निर्देश बनाए जाने के निर्देश दिए। वाहनों की समय पर फिटनेस तथा फिटनेस के समय रिफ्लेक्टिव टेप एवं अंडर रन प्रोटेक्शन डिवाईस लगवाया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने राज्य के राजमार्गों पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से व्यावसायिक वाहन चालकों के लिए नेत्र जांच शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए। सड़क दुर्घटनाओं में घायलों के त्वरित उपचार के लिए राजमार्गों के निकट स्थित ट्रोमा सेंटर्स, चिकित्सा संस्थाओं में 24 घंटे सातो दिन आपातकालीन चिकित्सा व्यवस्था, स्टाफ एवं उपकरण उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिए।
उन्होंने जिला स्तर पर आईआरएडी एप्लीकेशन के डेटा विश्लेषण के आधार पर आवश्यक सुधारात्मक कार्य, एंबुलेंस की री-पोजीशनिंग एवं प्रवर्तन कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी विभागों को विभिन्न श्रेणी के मार्गों पर गति सीमा निर्धारित कर उनका प्रदर्शन कराया जाकर पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। सभी हितधारक विभागों को निरंतर सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम व गतिविधियों के आयोजन के लिए निर्देश दिए। साथ ही नियमानुसार सड़क दुर्घटनाओं को रोकने में उपयोगी अन्य उपाय भी करें।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कल्क्टर श्री गजेन्द्र सिंह राठौड़ सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।