अजमेर 05/अप्रैल ; राजस्थान शिक्षक सियाराम के प्रदेश उपाध्यक्ष भगवत डांगी ने बताया कि हाल ही पदोन्नत हुए प्रधानाचार्यों के लिए जारी की गई काउंसलिंग प्रक्रिया में जिलों में बिना किसी न्याय संगत अनुपात के रिक्त पद प्रदर्शित किए गए हैं,जिससे लगभग 1000 प्रधानाचार्यों को अपने जिलों में रिक्त पद होते हुए भी दूसरे जिलों में पदस्थापन मिलेगा । शिक्षक संघ (सियाराम) के प्रदेश प्रशासनिक अध्यक्ष व मुख्य संरक्षके सियाराम शर्मा ने मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भेजकर सभी जिलों में शहरी क्षेत्र को छोड़कर सभी रिक्त पद प्रदर्शित करने की मांग की है। संगठन के जिला अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह गुर्जर ने बताया कि संगठन के मांग पत्र के अनुसार अधिकांश पदोन्नत प्रधानाचार्य 55 वर्ष व इससे अधिक आयु के हैं। जिन पर पारिवारिक जिम्मेदारियां भी अधिक है, ऐसे में जिले से बाहर पदस्थापन पर उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। संगठन के प्रदेश सलाहकार सचिव शक्ति सिंह गोड़ ने बताया कि जिलों में रिक्त पद होते हुए भी अजमेर से 104, अलवर से 108, जयपुर से 290, झुंझुनूं से 158, चुरू से 98 प्रधानाचार्य मजबूरन जिले से बाहर पदस्थापन लेंगे ।सभाध्यक्ष सहदेव सिंह रावत ने प्रदेश नेतृत्व द्वारा मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को प्रधानाचार्य काउंसलिंग प्रक्रिया में समस्त रिक्त पद प्रदर्शित करने की मांग के भेजे गए पत्र का पुरजोर समर्थन कर सरकार से सभी रिक्त पद दर्शाने की मांग की है।