सावित्री कॉलेज छात्राओं की कम नहीं हुई परेशानी

अजमेर। राज्य सरकार ने भले ही अजमेर कि सावित्री गल्र्स कॉलेज को राजकीय कन्या महाविद्यालय में अधिग्रहित कर दोनों कन्या महाविद्यालय को एक मान लिया हो, मगर विश्वविद्यालय प्रबंधन अभी भी दोनों कॉलेजों को एक नहीं मानता। इसके चलते राजकीय कन्या महाविद्यालय में समायोजित सावित्री कन्या महाविद्यालय प्रशासन को परीक्षा में एफिलेशन को लेकर दिक्कतों को सामना करना पड़ रहा है। स्वायत्त शासन विभाग ने अभी सावित्री कॉलेज को एनओसी नहीं दी है। इसके कारण विश्वविद्यालय सावित्री कॉलेज को अब भी महाविद्यालय मान कर चल रहा है। राजकीय स्तर पर फंसे इस पेच के बाद कॉलेज प्रबंधन ने छात्राओं से परीक्षा को लेकर अलग अलग फार्म भरवाये हैं। राजकीय कन्या महाविद्यालय, जो सावित्री कॉलेज में स्थानांतरित की गई थी, उस कॉलेज की छात्राओं से राजकीय कन्या महाविद्यालय के फार्म भरवाये गये हैं और बाकी छात्राओं से सावित्री कॉलेज के फार्म भरवाये गये हैं।
उधर सावित्री कॉलेज के अस्थाई कर्मचारियों ने भी सरकार से मांग की है कि उन्हें सरकारी सेवा में समायोजित किया जाये। सावित्री कन्या महाविद्यालय में संविदा पर लगे कार्मिकों का अनुबंध 31 जनवरी को पूरा हो रहा है। अनुदानित पदों पर कार्यरत नियमित व्याख्याताओं और कर्मचारियों को आरवीआरईएस 2010 में अशैक्षणिक कार्मिकों के सम्बन्ध में अभी तक सरकार की ओर से कोई फैसला नहीं किये जाने से इनके सामने जीवनयापन का संकट खड़ा हो गया है।
error: Content is protected !!