
कांग्रेसियों ने ज्ञापन में कहा कि शहर का तेजी से विस्तार हो रहा है ! अजमेर शहर से सटी विकासशील कॉलोनियों मे अजमेर विकास प्राधिकरण द्वारा नियमन किया जा चुका है एवं नई विकासशील कॉलोनियों के नगर निगम सीमा से सटी हुई एवं गांवों में होने के कारण इन कॉलोनियों में न तो ग्राम पंचायत द्वारा और न ही नगर निगम द्वारा किसी प्रकार की साफ-सफाई, कचरा संग्रहण स्ट्रीट लाईट, सड़क व अन्य आधारभूत सुविधाओं की व्यवस्था नहीं किये जाने के कारण इन कॉलोनी वासियों को जन सुविधाओं के अभाव में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इन कॉलोनियों को नगर निगम सीमा में सम्मिलित कर लिया जाता है तो यहीं के निवासियों को भी आम जन सुविधाओं का लाभ मिल सकेगा।
कांग्रेसी नेताओं ने जिला कलेक्टर अजमेर को बताया कि वर्तमान में ग्राम पंचायत हाथीखेड़ा पंचायत समिति अजमेर ग्रामीण में कीर्ति नगर करणी नगर विनायक विहार, अरावली मिहार अम्बिका नगर जगदम्बा नगर चामुण्डा कालोनी प्रज्ञा नगर कोटेश्वर कालोनी डिफेन्स कालोनी, दादा विहार आदित्य नगर रावत नगर नवकार नगर वर्धमान नगर गोटा कालोनी राज कालोनी माता मेरी कॉलोनी भाटी की डांग रूद्र कॉलोनी स्वास्तिक नगर काजीपुरा लकी चौराहा आदि मुख्य गांवों में स्थित नहीं होकर नगर निगम सीमा पर स्थित हैं।
इसी तरह वर्तमान में ग्राम माकडवाली में स्थित विशाल नगर चन्द्रप्रभु नगर नेहरू नगर आदि एवं ग्रा.पं. लोहागल में सम्मिलित हनुमान नगर, देव नगर सिंह भूमि जीवन मंदिर कॉलोनी, कबीर नगर, चौधरी नगर, कृष्णा कॉलोनी, उदित नगर अम्बे नगर आदि एवं ग्राम कायड में सरस्वती नगर बैंक कॉलोनी महेश कॉलोनी जय अंबे नगर साई ज्योति कॉलोनी अजमेर यूनिवर्सिटी कैंपस हनुमान नगर घुघरा ऐआरजी सिटी इंदिरा कॉलोनी विवेक विहार सुदामा सागर कॉलोनी गगवाना बीजेपी कार्यालय रसूलपुर रावत नगर मदारपुरा नई विकासशील कॉलोनियों हैं जो नगर निगम के नजदीकी वार्ड से सटती हुई है परन्तु इन कॉलोनियों में आधारभूत जन सुविधाओं का अभाव है। इन अधिकांश कॉलोनियों का अजमेर विकास प्राधिकरण द्वारा नियमन किया जा चुका है।
कांग्रेसियों ने मुख्यमंत्री स्वायत शासन मंत्री संभागीय आयुक्त अजमेर को भी पत्र लिखकर नगर निगम अजमेर में वार्डों के प्रस्तावित परिसीमन को संशोधित कर अजमेर शहर से सटी नई विकासशील कॉलोनी को नगर निगम अजमेर में सम्मिलित कर आमजन को राहत पहुंचाने का आग्रह किया है !