अजमेर । कांग्रेस ने अपने कार्यकर्ताओं से अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अहमदाबाद अधिवेशन के संकल्प को देश के हर घर तक ले जाने का आह्वान किया और कहा कि यह भारत के ”लोकतंत्र, गरिमा और विविधता” की रक्षा के लिए संघर्ष का उदघोष है। प्रदेश कांग्रेस के निर्देश प्राप्त होने के बाद शहर जिला कांग्रेस अहमदाबाद अधिवेशन प्रस्ताव को जमीनी स्तर पर लागू करने के कार्यक्रम बनाएगी।
शहर कांग्रेस प्रवक्ता मुजफ्फर भारती ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने सभी जिला कांग्रेस अध्यक्षों एवं सभी पदाधिकारियों व पार्टी के अग्रिम संगठनों के प्रमुखों को लिखे पत्र में (अधिवेशन के) प्रस्ताव में पारित मुद्दों के प्रसार के लिए एक कार्य योजना तैयार करने के लिए कहा। पार्टी के अहमदाबाद अधिवेशन में नौ अप्रैल को प्रस्ताव – ‘न्याय पथ’ पारित किया गया था।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन ने कहा कि अहमदाबाद प्रस्ताव सिर्फ एक नीतिगत वक्तव्य नहीं है। यह भारत के लोकतंत्र, गरिमा और विविधता की रक्षा के लिए संघर्ष का उदघोष है। इस अवसर पर कांग्रेस कार्यकर्ता आगे आएं और सुनिश्चित करें कि इसका संदेश हमारे शहर की हर सड़क, कस्बे में गूंजे।’
उन्होंने कहा कि मंगलवार को हुई कांग्रेस की विस्तारित कार्य समिति की बैठक और उसके अगले दिन अहमदाबाद में एआईसीसी अधिवेशन पार्टी की यात्रा में एक महत्वपूर्ण क्षण है। उल्लेखनीय है कि एआईसीसी के कांग्रेस अधिवेशन में शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन शामिल हुए थे।
प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने अपने निर्देशों में कहा, ‘इसमें पारित अहमदाबाद प्रस्ताव कांग्रेस पार्टी की वैचारिक दिशा, नीतिगत दिशा और संविधान, लोकतंत्र व समावेशी विकास के मूल्यों के प्रति अटूट प्रतिबद्धता की एक दूरदर्शी अभिव्यक्ति है।’ इस संगठन की मूल इकाई तक पहुंचना है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव ने आगे कहा, “यह जरूरी है कि इस प्रस्ताव को न केवल हमारे संगठन के सभी स्तरों पर समझा और आत्मसात किया जाए, बल्कि भारत के लोगों तक इसे प्रभावी ढंग से पहुंचाया भी जाए। इस उद्देश्य से, AICC ने एक समयबद्ध और संरचित अभियान शुरू करने का फैसला किया है।”
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने जारी निर्देशों में कहा कि “इन पर्चों में भविष्य के लिए कांग्रेस पार्टी के दृष्टिकोण को उजागर किया जाना चाहिए और भारतीय जनता पार्टी/राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन शासन की विफलताओं और विश्वासघात के साथ एक सरल तुलना प्रदान की जानी चाहिए।वितरण की योजना सार्वजनिक स्थानों जैसे बाजारों, सामुदायिक समारोहों, धार्मिक सभाओं और साप्ताहिक मेलों को कवर करने के लिए बनाई जानी चाहिए।”